धौलपुर. सैंपऊ उपखंड इलाके में पार्वती डैम से छोड़ा गया पानी मुख्य नहर में प्रवेश कर गया. शुक्रवार को कनासिल गांव के पास पानी के वेग ने मुख्य नहर को तोड़ दिया. जिससे कई बीघा सरसों और गेहूं की फसल (Crops submerged in Dholpur) डूब गई.
किसानों को जैसे ही नहर टूटने की जानकारी मिली तो आनन-फानन में उन्होंने नहर पर पहुंचकर पानी रोकने की कोशिश की लेकिन सफलता नहीं मिली. इधर नहर पर रेगुलेशन कार्य की देखरेख कर रहे श्रमिकों को जैसे ही न टूटने की जानकारी मिली तो वे मौके पर पहुंचे. उन्होंने उच्चाधिकारियों को नहर टूटने की जानकारी देते हुए मरम्मत के लिए संसाधन उपलब्ध कराए जाने की मांग की.
किसानों और श्रमिकों की सूचना मिलने पर जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता दिनेश कुमार अग्रवाल, अधिशासी अभियंता राजकुमार सिंघल सहायक अभियंता राम हेत चक मौके पर पहुंचे और उन्होंने हालातों का जायजा लिया. विभागीय बेलदार और मनरेगा श्रमिकों की ओर से नहर की पटरी की मरम्मत कराई गई.
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अधीक्षण अभियंता दिनेश कुमार अग्रवाल ने बताया कि मुख्य नहर की पटरी पानी के वेग से न टूटकर मोगे (कुलावे) लगाने के चक्कर में किसी किसान ने तोड़ी है. जिसकी मरम्मत तुरंत ही सुबह 7 बजे तक कराकर नहर में पानी का संचालन बदस्तूर कराया जा रहा है. करीब 4 घंटे तक नहर के पानी के लगातार खेतों में चलने से सरसों और गेहूं के खेतों में खड़ी कई बीघा फसल पानी में डूबने से किसानों को नुकसान हो गया. फसल के पानी में डूबने से किसानों में नाराजगी देखी गई.