धौलपुर. सैंपऊ उपखंड इलाके में पार्वती बांध से मुख्य नहर में पानी रिलीज को एक दिन भी नहीं हुआ था और पानी नहर से निकल खेतों में भर गया, जिसके चलते कई बीघा फसल चौपट हो गई. कोलारी में पुलिस थाने के पास नहर पर बनी पुलिया के पाइप कूड़े से जाम थे, जिसके चलते पानी ओवरफ्लो होकर पास के खेतों में भर गया. किसानों ने इसकी सूचना प्रशासन को भी दी है, लेकिन अभी तक पानी को रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठाए गए हैं.
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जल संसाधन विभाग की तरफ से 16 नवंबर को पार्वती बांध से मुख्य नगर में पानी छोड़ा गया, लेकिन अधिकारियों ने पानी छोड़ने से पहले नहर की सफाई नहीं करवाई. कोलारी में पुलिया के जो पाइप थे वो कूड़े करकट से जाम थे. जिसके चलते पानी ओवरफ्लो होकर खेतों में आ गया. किसानों की आलू, सरसों व गेहूं की खेती पानी भरने से चौपट हो गई है.
सूचना देने के बाद भी नहीं रोका गया बांध से पानी...
किसानों ने बताया कि जब उन्हें नहर का पानी खेतों में भरने की सूचना मिली तो उन्होंने प्रशासन से पानी रोकने को कहा, लेकिन प्रशासन की तरफ से कोई कदम नहीं उठाए गए. किसान अपने स्तर पर खेतों में पानी जाने से रोकने का असफल प्रयास करते रहे लेकिन कई बीघा खेतों की फसल सरकारी लापरवाही के चलते चौपट हो गई.
10 दिन बाद भी की जा सकती थी पानी की निकासी...
स्थानीय किसानों का कहना है कि हाल ही में मावठ की बारिश हुई है. ऐसे में प्रशासन 10 दिन के लिए बांध से पानी की निकासी को रोक सकता था और नहर की सफाई के बाद अगर पानी छोड़ता तो ये परेशानी नहीं आती. किसान प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं और जिला कलेक्टर से बर्बाद हुई फसल के मुआवजे की मांग कर रहे हैं.