धौलपुर. जिले में संक्रमण में भारी बढ़ोतरी हो रही है. जिससे मृत्यु दर का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. हालांकि जिला प्रशासन मृत्यु के आंकड़ों को छुपा रहा है. जिला प्रशासन के आंकड़ों में पिछले 3 महीनों के अंतर्गत महज दो मौत कोरोना के कारण हुई है, लेकिन जब चंबल नदी स्थित मुक्तिधाम से आंकड़े निकाले गए तो 1 अप्रैल से 15 अप्रैल तक करीब 60 मौत होने पर उनका अंतिम संस्कार किया गया है.
मुक्ति धाम सेवा समिति के अध्यक्ष भगवान सराफ ने बताया कि अप्रैल के महीने में अचानक से मौतों में भारी वृद्धि हुई है. उन्होंने कहा कि 1 जनवरी से 15 जनवरी तक मुक्तिधाम पर 15 शवों का अंतिम संस्कार किया गया था. 1 फरवरी से 15 फरवरी तक 14 शवों का अंतिम संस्कार किया गया है. वहीं, 1 मार्च से 15 मार्च तक 18 शवों का अंतिम संस्कार किया गया था. लेकिन 1 अप्रैल से 15 अप्रैल तक करीब 60 शवों का चंबल मुक्तिधाम पर अंतिम संस्कार किया गया है, जो पिछले अन्य महीनों की अपेक्षा 4 गुना अधिक है.
पढ़ें: धौलपुर की निधेरा कला ग्राम पंचायत को प्रधानमंत्री करेंगे राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार 2021 से सम्मानित
उधर, जिला प्रशासन पिछले 3 महीने के दौरान कोरोना बीमारी से महज 2 मौतों के आंकड़े स्वीकार कर रहा है. इसके अलावा जिला प्रशासन और चिकित्सा विभाग कोरोना पॉजिटिव केसों के आंकड़े सार्वजनिक कर रहा है, लेकिन मृत्यु दर के आंकड़ों को छुपा रहा है. संक्रमण से बचाव के लिए और लोगों को जागरूक करने के लिए जिला प्रशासन मौत के आंकड़े भी सार्वजनिक करने चाहिए. जिससे लोगों में संक्रमण के प्रति भय और खौप पैदा हो.
साथ ही महामारी का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है. जिले में एक्टिव केसों का आंकड़ा लगभग 2 हजार के आसपास पहुंच चुका है. जिसे लेकर जिला प्रशासन और चिकित्सा विभाग ने मुस्तैदी बरतना शुरू कर दिया है. कलेक्टर ने आदेश जारी कर रीको इंडस्ट्रियल एरिया में ऑक्सीजन सप्लाई करने वाले सप्लायर और उद्योग संचालकों की बैठक लेकर जनमानस के लिए ऑक्सीजन पहुंचाने के निर्देश दिए हैं.
वहीं, आपातकालीन परिस्थितियों से मुकाबला करने के लिए जिला प्रशासन ने पॉलिटेक्निक कॉलेज में 500 बेड का अस्थाई हॉस्पिटल भी बनाया है, लेकिन जिस प्रकार से संक्रमण फैल रहा है और लोगों की जाने जा रही है. उससे हालात बेकाबू होते जा रहे हैं. बहरहाल जिस अनुपात में संक्रमण जिले में फैल रहा है. उससे परिस्थितियां आगामी समय में बेहद जटिल और भयावह हो सकती है.