धौलपुर. जिले के राजकीय अस्पतालों में तैनात संविदा कर्मी कम्प्यूटर ऑपरेटरों ने अखिल राजस्थान मुख्यमंत्री निशुल्क दबा एवं जांच योजना कम्प्यूटर ऑपरेटर महासंघ राजस्थान के आह्वान पर पांच सूत्रीय मांगों को लेकर बुधवार को तीसरे दिन भी कार्य बहिष्कार कर धरना दिया. ऑपरेटरों ने कलेक्ट्रेट कार्यालय के सामने राज्य सरकार के खिलाफ जमकर आक्रोश व्यक्त किया. कम्प्यूटर ऑपरेटरों ने कहा सरकार ने पांच सूत्रीय मांगों पर ध्यान नहीं दिया तो अनिश्चित कालीन धरना देकर आंदोलन किया जाएगा.
कम्प्यूटर ऑपरेटर संघ के उपाध्यक्ष पुरुषोत्तम त्यागी ने बताया कि राजस्थान के चिकित्सा विभाग में सभी कम्प्यूटर ऑपरेटर एमएनडी वाई योजना के तहत लगाए गए थे. लेकिन हाल ही में राजस्थान सरकार ने आदेश जारी किया है, जिसमें सरकार एक मार्च से कम्प्यूटर ऑपरेटरों को प्लेसमेंट एजेंसी के द्वारा लगाना चाहती है. जिससे कम्प्यूटर ऑपरेटरों का शोषण होगा.
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संघ के उपाध्यक्ष ने बताया कि कम्प्यूटर ऑपरेटरों को प्रतिमाह 8500 रुपये दिए जा रहे है. जबकि आरोग्य ऑनलाइन योजना में काम करने वाले ऑपरेटरों को 16 हजार से अधिक प्रतिमाह दिए जाते है. जिससे कम्प्यूटर ऑपरेटरों में सरकार के प्रति भारी आक्रोश व्याप्त है. राज्य सरकार और प्रदेश के चिकित्सा विभाग कम्प्यूटर ऑपरेटरों के साथ नाइंसाफी कर रही है. जिसे लेकर जिले के कम्प्यूटर ऑपरेटर बुधवार को तीसरे दिन भी कार्य बहिष्कार कर धरने पर बैठे रहे.