धौलपुर. प्रिंसिपल नहीं होने पर स्कूल के चार्ज और जीरो थ्री पावर को लेकर परौआ गांव के सरकारी स्कूल के 2 प्राध्यापकों में शनिवार को जमकर जूतमपैजार हो गई. शिक्षकों ने पहले एक दूसरे को चांटे जड़ दिए, उसके बाद झगड़ा बढ़ने पर कुर्सियों से एक दूसरे पर हमला कर दिया. अचानक 2 शिक्षकों के बीच हुए झगड़े के बाद पढ़ रहे छात्र छात्राओं में अफरा-तफरी मच गई. सूचना पर गांव के लोग स्कूल पहुंच गए.
इस दौरान शिक्षकों के बीच झगड़े को लेकर गुस्साए छात्र छात्राओं ने विद्यालय के माहौल को लेकर भारी (Teachers fight over Zero three power) नाराजगी जताई. वहीं झगड़े को लेकर दोनों प्राध्यापक रिपोर्ट कराने के लिए कोलारी थाने पहुंच गए. थाना प्रभारी वीरेंद्र मीणा ने समझाइश करते हुए दोनों के बीच राजीनामा करा दिया.
जीरो थ्री पावर के चक्कर में विवाद : जानकारी के अनुसार स्कूल में तैनात प्रिंसिपल बंदना बघेल के (Fight between teachers in Dholpur) तबादले के बाद विद्यालय का चार्ज इतिहास के प्राध्यापक राजेश व्यास के पास बना हुआ है. वहीं जीरो थ्री पावर राजनीति विज्ञान के व्याख्याता अजीत सिंह होलकर के पास है. जीरो थ्री पावर के चक्कर में प्राध्यापक राजेश व्यास और अजीत सिंह होलकर के बीच शनिवार को कहासुनी हो गई.
पढ़ें. शिक्षिका ने शिक्षक को मारे थप्पड़...जांच के लिए पहुंचे एसडीएम...ग्रामीण बोले दोनों को हटाओ
प्राध्यापक राजेश व्यास ने अजीत सिंह होलकर से जीरो थ्री पावर देने को लेकर चर्चा की. इस पर अजीत होल्कर ने जीरो थ्री पावर देने से मना कर दिया. इस पर प्राध्यापक व्यास ने स्कूल का चार्ज भी होल्कर को संभालने के लिए कहा तो उन्होंने मना कर दिया. एक ही व्यक्ति के पास दोनों चार्ज रहने की बात दोनों को इस कदर नागवार गुजरी कि आवेश में आकर दोनों एक दूसरे को थप्पड़ और लात घूंसों से मारने लगे. झगड़ा बढ़ने पर स्कूल में मौजूद अन्य शिक्षक बीच बचाव के लिए दौड़ पड़े.
छात्र-छात्राओं ने किया प्रदर्शनः स्कूल के 2 प्राध्यापकों के बीच हुए झगड़े के बाद (Students Protest in Dholpur) छात्र छात्राओं ने स्कूल की बिगड़ती शैक्षणिक व्यवस्था एवं अनुशासन को लेकर स्कूल गेट पर खड़े होकर विरोध जताया. छात्र छात्राओं ने बताया कि स्कूलों में शिक्षा के दो धड़े में बटे हुए हैं. शिक्षकों के बीच चली आ रही अनबन को लेकर नाराजगी जताते हुए विद्यार्थियों ने कहा कि प्रिंसिपल का तबादला होने के बाद से स्कूल की सारी व्यवस्थाएं ध्वस्त हो गई हैं. स्कूल में अनुशासन और पढ़ाई का माहौल गुटबाजी में बदलकर रह गया है.
पढे़ं. शिक्षकों की कमी से परेशान होकर छात्राओं ने स्कूल में लगाया ताला, किया प्रदर्शन
इस दौरान ग्रामीणों ने शिक्षा विभाग के ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों को शिकायत की, लेकिन ग्रामीण ओलंपिक प्रतियोगिता के टेनिस बॉल के फाइनल मुकाबले के कारण कोई भी अधिकारी मामले की जानकारी और कार्रवाई के लिए स्कूल नहीं पहुंचा. वहीं इस मामले में मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी कृष्णा कुमारी ने बताया कि विद्यालय का 4-5 शिक्षकों ने माहौल खराब कर रखा है. जब तक यहां से इन्हें हटाया नहीं जाता तब तक विद्यालय की शैक्षणिक व्यवस्था ढर्रे पर नहीं लौटेगी. उन्होंने कहा कि शनिवार को टेनिस बॉल क्रिकेट प्रतियोगिता का फाइनल होने के कारण स्कूल नहीं पहुंच पाई, सोमवार को स्कूल पहुंचकर जरूर इस मामले में जो संभव होगा वह एक्शन लिया जाएगा.
कौलारी थाना प्रभारी वीरेंद्र मीणा ने बताया परौआ गांव के सरकारी स्कूल में 2 व्याख्याताओं के बीच चार्ज को लेकर विवाद हुआ था. दोनों के बीच हाथापाई और मारपीट भी हुई थी. दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ पुलिस को रिपोर्ट दी थी. लेकिन दोनों पक्षों ने आपस में सुलह कर लिया और मामले को शांत करा दिया है.