ETV Bharat / state

प्रसूता के प्रसव के बाद नवजात की मौत, चिकित्सकों पर उपचार में लापरवाही का आरोप - धौलपुर

धौलपुर में जिला अस्पताल के मदर चाइल्ड यूनिट में चिकित्सकों पर उपचार में लापरवाही का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया. परिजनों का आरोप था कि वार्ड में प्रसूता को प्रसव पीड़ा होने पर स्टाफ को अवगत कराने के बाद भी उन्होंने कोई ध्यान नहीं दिया. वहीं नवजात की भी प्रसव के 2 घंटे बाद ही मौत हो गई थी. परिजनों ने संबंधित चिकित्सकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.

चिकित्सकों पर उपचार में लापरवाही का आरोप
author img

By

Published : Jul 1, 2019, 7:53 PM IST

धौलपुर. जिला अस्पताल के मदर चाइल्ड हॉस्पिटल में चिकित्सकों की लापरवाही का एक मामला समाने आया है. जानकारी के अनुसार 3 दिन पूर्व प्रसूति वार्ड में भर्ती हुई महिला प्रसव पीड़ा से कराहती रही. वार्ड में महिला व उसके परिजन चिकित्सकों और नर्सिंग स्टाफ से उपचार की गुहार लगाती रही, लेकिन अस्पताल स्टाफ ने उसकी कोई सुध नहीं ली. जिससे महिला बेहोश होकर फर्श पर गिर पड़ी. प्रसूता को फर्श पर पड़ा हुआ देख अस्पताल प्रशासन हरकत में आया.

चिकित्सकों पर उपचार में लापरवाही का आरोप

उसके बाद उसका प्रसव कराया गया. जहां प्रसूता ने बच्चे को जन्म दिया. नवजात बच्चे ने दो घंटे बाद ही दम तोड़ दिया. शिशु की मौत से गुस्साए परिजनों ने अस्पताल के सामने हंगामा खड़ा कर दिया. पीड़ित परिवार ने कलक्टर को लिखित में शिकायत देकर आरोपी चिकित्सकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.

सदर थाना इलाके के गांव दूबरा निवासी 22 वर्षीय सायना पत्नी सिराजुदीन को प्रसव पीड़ा होने पर परिजनों ने तीन दिन पूर्व जिला अस्पताल के मदर चाइल्ड यूनिट में भर्ती कराया था. महिला के परिजनों ने बताया कि सोमवार को अचानक महिला की तबियत बिगड़ गई और उसे तेज प्रसव पीड़ा होने लगी.

उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि वार्ड में तैनात चिकित्सकों और नर्सिंग स्टाफ से मदद की गुहार लगाई, लेकिन अस्पताल प्रशासन टालमटोल करता रहा. काफी समय तक अस्पताल के चिकित्सकों और कमचारियों ने ध्यान नहीं दिया तो प्रसूता वार्ड के अंदर फर्श पर गिर पड़ी. जिसे देखकर अस्पताल प्रशासन के हाथ पैर फूल गए. इसके बाद उसे डिलेवरी रूम में शिफ्ट किया गया.

जहां प्रसूता ने नवजात शिशु को जन्म दिया. प्रसूता की अधिक ब्लीडिंग होने के कारण नवजात शिशु ने दो घंटे बाद दम तोड़ दिया. शिशु की मौत से गुस्साए परिजनों ने अस्पताल के सामने हंगामा खड़ा कर दिया. इस मामले को लेकर प्रसूता के परिजन जिला कलक्टर के पास पहुंचे. जहां उन्होंने चिकित्सकों पर आरोप लगाते हुए शिकायत दी है. जिसमें उन्होंने संबंधित चिकित्सकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.

धौलपुर. जिला अस्पताल के मदर चाइल्ड हॉस्पिटल में चिकित्सकों की लापरवाही का एक मामला समाने आया है. जानकारी के अनुसार 3 दिन पूर्व प्रसूति वार्ड में भर्ती हुई महिला प्रसव पीड़ा से कराहती रही. वार्ड में महिला व उसके परिजन चिकित्सकों और नर्सिंग स्टाफ से उपचार की गुहार लगाती रही, लेकिन अस्पताल स्टाफ ने उसकी कोई सुध नहीं ली. जिससे महिला बेहोश होकर फर्श पर गिर पड़ी. प्रसूता को फर्श पर पड़ा हुआ देख अस्पताल प्रशासन हरकत में आया.

चिकित्सकों पर उपचार में लापरवाही का आरोप

उसके बाद उसका प्रसव कराया गया. जहां प्रसूता ने बच्चे को जन्म दिया. नवजात बच्चे ने दो घंटे बाद ही दम तोड़ दिया. शिशु की मौत से गुस्साए परिजनों ने अस्पताल के सामने हंगामा खड़ा कर दिया. पीड़ित परिवार ने कलक्टर को लिखित में शिकायत देकर आरोपी चिकित्सकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.

सदर थाना इलाके के गांव दूबरा निवासी 22 वर्षीय सायना पत्नी सिराजुदीन को प्रसव पीड़ा होने पर परिजनों ने तीन दिन पूर्व जिला अस्पताल के मदर चाइल्ड यूनिट में भर्ती कराया था. महिला के परिजनों ने बताया कि सोमवार को अचानक महिला की तबियत बिगड़ गई और उसे तेज प्रसव पीड़ा होने लगी.

उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि वार्ड में तैनात चिकित्सकों और नर्सिंग स्टाफ से मदद की गुहार लगाई, लेकिन अस्पताल प्रशासन टालमटोल करता रहा. काफी समय तक अस्पताल के चिकित्सकों और कमचारियों ने ध्यान नहीं दिया तो प्रसूता वार्ड के अंदर फर्श पर गिर पड़ी. जिसे देखकर अस्पताल प्रशासन के हाथ पैर फूल गए. इसके बाद उसे डिलेवरी रूम में शिफ्ट किया गया.

जहां प्रसूता ने नवजात शिशु को जन्म दिया. प्रसूता की अधिक ब्लीडिंग होने के कारण नवजात शिशु ने दो घंटे बाद दम तोड़ दिया. शिशु की मौत से गुस्साए परिजनों ने अस्पताल के सामने हंगामा खड़ा कर दिया. इस मामले को लेकर प्रसूता के परिजन जिला कलक्टर के पास पहुंचे. जहां उन्होंने चिकित्सकों पर आरोप लगाते हुए शिकायत दी है. जिसमें उन्होंने संबंधित चिकित्सकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.

Intro:धौलपुर जिला अस्पताल के मदर चाईल्ड हॉस्पिटल में चिकित्सकों की घोर लापरवाई का मामला समाने आया है। तीन दिन पूर्व प्रसूति वार्ड में भर्ती हुई महिला प्रसव पीड़ा से कराहती रही। वार्ड में महिला चिकित्सकों और नर्सिंग स्टाफ से उपचार की याचना करती नहीं। लेकिन अस्पताल में तैनात किसी भी डॉक्टर और कर्मचारी ने मानवता का परिचय नहीं दिया। जिससे महिला बेहोश होकर फर्श पर गिर पड़ी। प्रसूता को फर्श पर पड़ा हुआ देख अस्पताल प्रशासन हरकत में आया। तब जाकर प्रसूति वार्ड में डिलेवरी कराई गई। जहां प्रसूता ने बच्चे को जन्म दिया। लेकिन महिला की अधिक ब्लीडिंग होने पर नवजात बच्चे ने दो घंटे बाद दम तोड़ दिया। शिशु की मौत से गुस्साए परिजनों ने अस्पताल के सामने हंगामा खड़ा कर दिया। पीड़ित परिवार ने कलक्टर को लिखित में शिकायत देकर आरोपी चिकित्सकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। 



Body:दरसअल पूरा मामला यूं है कि सदर थाना इलाके के गांव दूबरा निवासी 22 वर्षीय सायना पत्नी सिराजुद्दीन को प्रसव पीड़ा होने पर परिजनों ने तीन दिन पूर्व जिला अस्पताल के मदर चाइल्ड वार्ड में भर्ती कराया था। आज अचानक महिला की तबियत बिगड़ गई और तेज प्रसव पीड़ा होने लगी। ऐसे में प्रसूता के परिजन वार्ड में तैनात चिकित्सकों और नर्सिंग स्टाफ से मदद की गुहार लगाने लगे। लेकिन अस्पताल प्रशासन टालमटोल करता रहा। काफी समय तक अस्पताल के चिकित्सकों और कमचारियों ने ध्यान नहीं दिया तो प्रसूता वार्ड के अंदर फर्श पर गिर पड़ी। जिसे देखकर अस्पताल प्रशासन के हाथ पैर फूल गए। प्रसूता को डिलेवरी कक्ष में शिफ्ट कराया गया। जहाँ गंभीर हालत में बच्चे को जन्म दिया। लेकिन प्रसूता की अधिक ब्लीडिंग होने के कारण नवजात शिशु ने दो घंटे बाद दम तोड़ दिया। शिशु की मौत से गुस्साए परिजनों ने अस्पताल के सामने हंगामा खड़ा कर दिया।


Conclusion:मामले को लेकर प्रसूता के परिजनों जिला कलक्टर के पास पहुंचे। जहां उन्होंने चिकित्सको के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। जिला कलक्टर को दी गई शिकायत में आरोपी चिकित्सकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। 
Byte ,सायना,प्रसूता 
Report
Neeraj Sharma
Dholpur


ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.