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चंबल नदी में खतरे के निशान से 2.21 मीटर ऊपर पहुंचा पानी, अलर्ट जारी - danger mark in dholpur

धौलपुर के चंबल नदी में पानी की आवक लगातार होने से जलस्तर खतरे के निशान से 2.21 मीटर ऊपर हो गई है. जिसे देखते हुए जिला प्रशासन ने नदी के तटवर्ती इलाकों में अलर्ट जारी किया है.

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उफान पर है चंबल नदी
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Published : Aug 25, 2020, 2:12 PM IST

धौलपुर. जिले के चंबल नदी में पानी की आवक लगातार होने से जलस्तर खतरे के निशान से 2.21 मीटर ऊपर हो गई है. चंबल नदी का खतरे का निशान 129.79 मीटर है, लेकिन पानी की आवक लगातार जारी होने पर 132 मीटर तक जल स्तर पहुंच गया है. जिससे जिला प्रशासन ने नदी के तटवर्ती इलाकों में अलर्ट जारी किया है.

खतरे के निशान से 2.21 मीटर ऊपर पहुंचा जल स्तर

हाड़ौती क्षेत्र के कालीसिंध कोटा बैराज और पार्वती नदी से छोड़े गए पानी, पाली घाट और आसपास के छोटे नदी नालों से बारिश का पानी आने पर चंबल नदी उफान पर आ गई है. बारिश का दौर इसी प्रकार हाड़ौती क्षेत्र में जारी रहा तो धौलपुर के सरमथुरा बाड़ी राजाखेड़ा और धौलपुर उपखंड इलाकों में लोगों के लिए मुसीबत खड़ी हो सकती है.

पढ़ेंः प्रदेश में 1 सितंबर से लागू होगी नई पर्यटन नीति, मुख्यमंत्री को भेजा गया ड्राफ्ट

गौरतलब है कि पिछले दो दिन से हाड़ौती क्षेत्र में लगातार बारिश होने से चंबल नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 2.21 मीटर ऊपर पहुंच गया है. चंबल नदी में कालीसिंध कोटा बैराज और पार्वती नदी से छोड़े गए पानी से जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. उसके अलावा नदी के आसपास छोटे नदी नालों में बारिश का पानी भी आ रहा है.

चंबल नदी के उफान पर होने पर जिला कलेक्टर राकेश कुमार जायसवाल ने आपातकालीन बैठक भी बुलाई है. नदी के निचले और तटवर्ती इलाकों में संबंधित हल्का पटवारी और गिरदावरों को तैनात किया है. बाढ़ प्रभावित इलाकों के लिए जिला प्रशासन ने प्रत्येक उपखंड स्तर पर कंट्रोल रूम स्थापित किया है.

इसके साथ ही कलेक्टर ने सभी अधिकारी और कर्मचारियों की छुट्टी को रद्द कर दिया है. हालांकि, चंबल नदी में आए उफान से अभी तक कोई भी नुकसान नहीं हुआ है, लेकिन जल स्तर में और इजाफा होता है तो नदी के तटवर्ती और निचले इलाकों में बसे गांवों के ग्रामीणों के लिए मुसीबत खड़ी हो सकती है. जिसे देखते हुए जिला प्रशासन ने मवेशी समेत ग्रामीणों को सुरक्षित रहने की अपील की है.

पढ़ेंः विधानसभा सत्र समाप्त, अब गहलोत सरकार पर 'हल्ला-बोल' की तैयारी में भाजपा

चंबल नदी के किनारे बसे 2 दर्जन से अधिक गांव बाढ़ की चपेट में आ सकते हैं, जिसे लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह से सतर्क हो गया है. चंबल नदी पर लगातार जिला प्रशासन द्वारा गेज को मेंटेन किया जा रहा है. लोगों की सुरक्षा के लिए चंबल नदी के पुराने पुल पर पुलिस बल तैनात किया है. उधर जिला प्रशासन ने आमजन से अपील करते हुए कहा कि नदी में पानी की आवक लगातार जारी है. ऐसे में लोग पानी से दूर रहें. पानी का बहाव होने पर रास्तों को पार नहीं करें. वहीं बाढ़ के हालात बनने पर जिला प्रशासन को सूचित करें.

इन गांवों में अलर्ट जारी...

चंबल नदी में पानी की आवक होने पर जिला प्रशासन ने गांव झिरी, पनावटी, हल्लु का पुरा, रूंध का पुरा, दुर्गसी, शंकर पुरा, भम्पुरा, खिला का डंडा, भगत का पुरा, कस्बा नगर, रजई खुर्द, रजई कला, गंगोली, धनावली, मुतावली, गुड़ावली, चिलीपुरा, ज्वारे का पुरा, मुरहन का पुरा, करुआ, सेवर पाली, खरैर पुरा आदि गांवों में अलर्ट जारी किया है. वहीं, पानी की स्थिति को देखते हुए जिला प्रशासन ने स्थानीय प्रशासन को ग्रामीणों को ऊपरी इलाकों में पशुओं सहित तत्काल भेजने के निर्देश दिए हैं, जिससे किसी प्रकार का नुकसान न हो.

धौलपुर. जिले के चंबल नदी में पानी की आवक लगातार होने से जलस्तर खतरे के निशान से 2.21 मीटर ऊपर हो गई है. चंबल नदी का खतरे का निशान 129.79 मीटर है, लेकिन पानी की आवक लगातार जारी होने पर 132 मीटर तक जल स्तर पहुंच गया है. जिससे जिला प्रशासन ने नदी के तटवर्ती इलाकों में अलर्ट जारी किया है.

खतरे के निशान से 2.21 मीटर ऊपर पहुंचा जल स्तर

हाड़ौती क्षेत्र के कालीसिंध कोटा बैराज और पार्वती नदी से छोड़े गए पानी, पाली घाट और आसपास के छोटे नदी नालों से बारिश का पानी आने पर चंबल नदी उफान पर आ गई है. बारिश का दौर इसी प्रकार हाड़ौती क्षेत्र में जारी रहा तो धौलपुर के सरमथुरा बाड़ी राजाखेड़ा और धौलपुर उपखंड इलाकों में लोगों के लिए मुसीबत खड़ी हो सकती है.

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गौरतलब है कि पिछले दो दिन से हाड़ौती क्षेत्र में लगातार बारिश होने से चंबल नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 2.21 मीटर ऊपर पहुंच गया है. चंबल नदी में कालीसिंध कोटा बैराज और पार्वती नदी से छोड़े गए पानी से जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. उसके अलावा नदी के आसपास छोटे नदी नालों में बारिश का पानी भी आ रहा है.

चंबल नदी के उफान पर होने पर जिला कलेक्टर राकेश कुमार जायसवाल ने आपातकालीन बैठक भी बुलाई है. नदी के निचले और तटवर्ती इलाकों में संबंधित हल्का पटवारी और गिरदावरों को तैनात किया है. बाढ़ प्रभावित इलाकों के लिए जिला प्रशासन ने प्रत्येक उपखंड स्तर पर कंट्रोल रूम स्थापित किया है.

इसके साथ ही कलेक्टर ने सभी अधिकारी और कर्मचारियों की छुट्टी को रद्द कर दिया है. हालांकि, चंबल नदी में आए उफान से अभी तक कोई भी नुकसान नहीं हुआ है, लेकिन जल स्तर में और इजाफा होता है तो नदी के तटवर्ती और निचले इलाकों में बसे गांवों के ग्रामीणों के लिए मुसीबत खड़ी हो सकती है. जिसे देखते हुए जिला प्रशासन ने मवेशी समेत ग्रामीणों को सुरक्षित रहने की अपील की है.

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चंबल नदी के किनारे बसे 2 दर्जन से अधिक गांव बाढ़ की चपेट में आ सकते हैं, जिसे लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह से सतर्क हो गया है. चंबल नदी पर लगातार जिला प्रशासन द्वारा गेज को मेंटेन किया जा रहा है. लोगों की सुरक्षा के लिए चंबल नदी के पुराने पुल पर पुलिस बल तैनात किया है. उधर जिला प्रशासन ने आमजन से अपील करते हुए कहा कि नदी में पानी की आवक लगातार जारी है. ऐसे में लोग पानी से दूर रहें. पानी का बहाव होने पर रास्तों को पार नहीं करें. वहीं बाढ़ के हालात बनने पर जिला प्रशासन को सूचित करें.

इन गांवों में अलर्ट जारी...

चंबल नदी में पानी की आवक होने पर जिला प्रशासन ने गांव झिरी, पनावटी, हल्लु का पुरा, रूंध का पुरा, दुर्गसी, शंकर पुरा, भम्पुरा, खिला का डंडा, भगत का पुरा, कस्बा नगर, रजई खुर्द, रजई कला, गंगोली, धनावली, मुतावली, गुड़ावली, चिलीपुरा, ज्वारे का पुरा, मुरहन का पुरा, करुआ, सेवर पाली, खरैर पुरा आदि गांवों में अलर्ट जारी किया है. वहीं, पानी की स्थिति को देखते हुए जिला प्रशासन ने स्थानीय प्रशासन को ग्रामीणों को ऊपरी इलाकों में पशुओं सहित तत्काल भेजने के निर्देश दिए हैं, जिससे किसी प्रकार का नुकसान न हो.

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