धौलपुर. जिले की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने महिला बाल विकास विभाग कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया. साथ ही उन्होंने महिला बाल विकास अधिकारी मुकेश गर्ग को CM के नाम ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन के माध्यम से आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने नौकरी के स्थायीकरण और वेतन विसंगति दूर करने की मांग की है.
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को महिला बाल विकास विभाग कार्यालय में शिकायत पत्र दिया है. आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ की जिला अध्यक्ष सरिता बंसल ने बताया कि राज्य सरकार आंगनबाड़ी कर्मचारियों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है. कार्यकर्ताओं को देश के अन्य राज्यों की अपेक्षा बहुत कम वेतन दिया जा रहा है. वहीं सरकार ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को अभी तक नियमित करने का फैसला नहीं लिया है. इसके कारण उनकी नौकरी अधर में लटकी है. सरकार के आदेशों का भार सबसे ज्यादा इन पर रहता है. इसका सरकार और प्रशासन को वर्गीकरण करना चाहिए.
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ज्ञापन में मांग किया गया है कि सरकार ने आंगनबाड़ी केंद्रों पर पंजीरी व्यवस्था को लागू किया था. जिसके कारण व्यव्यस्था पूरी तरह से फेल हो रही है. सरकार को फिर से दाल और गेहूं की व्यवस्था बहाल करनी चाहिए. उसके अलावा महिला स्वयं सहायता समूह को 1 साल से भुगतान नहीं किया गया है. जिससे महिलाएं भारी परेशान हो रही है. महिलाओं को समय रहते सरकार व महिला बाल विकास विभाग को भुगतान कराना चाहिए.
वहीं कार्यकर्ताओं ने कहा कि कोरोना महामारी में आगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने चिकित्साकर्मियों के साथ मिलकर 24 घंटे सेवाएं दी है. सरकार ने चिकित्सा कर्मियों को प्रोत्साहन राशि दे दी लेकिन आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को प्रोत्साहन राशि से वंचित रखा गया है. जिससे कार्यकर्ताओं में भारी आक्रोश व्याप्त है.
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मुख्यमंत्री के नाम दिए गए ज्ञापन में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने 11 सूत्रीय मांगों को बहाल करने की मांग रखी है. महिलाओं ने चेतावनी देते हुए कहा सरकार ने गंभीर होकर समस्त मांगों पर ध्यान नहीं दिया तो आंदोलन किया जाएगा.