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धौलपुरः महाशिवरात्रि से लगने वाले ऐतिहासिक लक्खी मेले की तैयारियों में जुटा प्रशासन - लक्खी मेला

धौलपुर के सैपऊ कस्बे के ऐतिहासिक मंदिर पर 21 फरवरी महाशिवरात्रि से लक्खी मेले का शुभारंभ होगा. जिसकी तैयारियों को लेकर सोमवार को जिला प्रशासन ने मंदिर का जायजा लिया. वहीं सीओ और विकास अधिकारी ने मंदिर पर पहुंचकर कर्मचारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए.

महाशिवरात्रि से लगने वाले लक्खी मेला, Lakkhi fair held on Mahashivaratri
लक्खी मेले की तैयारियों में जुटा प्रशासन
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Published : Feb 17, 2020, 4:58 PM IST

धौलपुर. जिले के सैपऊ कस्बे के ऐतिहासिक महादेव मंदिर पर 21 फरवरी 2020 को महाशिवरात्रि से लगने वाले लक्खी मेले की तैयारियों को लेकर उपखंड प्रशासन ने कवायद शुरू कर दी है. मेले की तैयारियों का सोमवार को पुलिस प्रशासन और उपखंड प्रशासन ने मंदिर पर पहुंचकर जायजा लिया.

लक्खी मेले की तैयारियों में जुटा प्रशासन

बता दें कि मेला प्रांगण में बाजारों को विधिवत स्थापित करने के लिए कमेटी का गठन कर दिया गया है. मेला कमेटी द्वारा दुकानदारों को जगह आवंटित की जाएगी. उसके साथ ही पार्किंग, बिजली, पानी और चिकित्सा की व्यवस्था के आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं.

गौरतलब है कि जिले के सैपऊ कस्बे के ऐतिहासिक मंदिर पर 21 फरवरी महाशिवरात्रि से लगने वाले लक्खी मेले की तैयारियों को लेकर जिला प्रशासन ने मंदिर पर जायजा लिया. सीओ और विकास अधिकारी ने मंदिर पर पहुंचकर कर्मचारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. वहीं मंदिर के देवालय में शिवलिंग पर 21 फरवरी को महाशिवरात्रि के पर्व पर कावड़ियों द्वारा गंगा जल अर्पित किया जाएगा. जिसे लेकर मंदिर में भीड़ एकत्रित नहीं हो, इसके लिए प्रशासन ने पहले से ही रूपरेखा तैयार कर दी है.

पढ़ेंः कोटा में गैस सिलेंडर के बढ़े दामों को लेकर कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन, जलाया PM मोदी का पुतला

इस बार प्रवेश द्वार और निकास द्वार अलग-अलग किए हैं. जिससे मंदिर देवालय के अंदर भीड़ एकत्रित नहीं हो सके. उसके साथ ही मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए पेयजल की व्यवस्था, चिकित्सा की व्यवस्था को लेकर आदेश जारी किए गए हैं. बाजारों को चौड़ा रखने के लिए मेला कमेटी को निर्देशित किया है कि सड़क मार्ग से दूर दुकानों को स्थापित किया जाए.

मेले का आयोजन करीब 12 दिन तक चलता है. सफाई और बिजली व्यवस्था के लिए इस बार विशेष ध्यान दिया जाएगा. मंदिर और मेला प्रांगण में सफाई कर्मियों को नियुक्त किया जाएगा. जो समय-समय पर सफाई का विशेष ध्यान रखेंगे. गौरतलब है कि धौलपुर जिले के महादेव मंदिर पर महाशिवरात्रि को लक्खी मेले का आयोजन किया जाता है. जिसमें उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान के अन्य जिलों के श्रद्धालु बड़ी आस्था और श्रद्धा के साथ पहुंचते है.

पढ़ें. तबादलों पर प्रतिबंध लेकिन शिक्षा विभाग में जारी बैक डोर का खेल, भाजपा ने कहा- तबादला उद्योग हावी

भगवान भोलेनाथ के शिवलिंग को गंगाजल अर्पित किया जाता. हरिद्वार, सोरों और करणवास से कावड़िए भारी तादाद में कावड़ लेकर पहुंचते हैं. जिन्हें भगवान भोलेनाथ को समर्पित किया जाता है. बता दें इस बार सैपऊ पंचायत समिति में ग्राम पंचायत के चुनाव संपन्न नहीं हुए हैं. जिसके कारण मेला प्रशासन द्वारा संपन्न कराया जाएगा. मेले की तैयारियों को लेकर उपखंड प्रशासन और पुलिस प्रशासन ने तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है.

धौलपुर. जिले के सैपऊ कस्बे के ऐतिहासिक महादेव मंदिर पर 21 फरवरी 2020 को महाशिवरात्रि से लगने वाले लक्खी मेले की तैयारियों को लेकर उपखंड प्रशासन ने कवायद शुरू कर दी है. मेले की तैयारियों का सोमवार को पुलिस प्रशासन और उपखंड प्रशासन ने मंदिर पर पहुंचकर जायजा लिया.

लक्खी मेले की तैयारियों में जुटा प्रशासन

बता दें कि मेला प्रांगण में बाजारों को विधिवत स्थापित करने के लिए कमेटी का गठन कर दिया गया है. मेला कमेटी द्वारा दुकानदारों को जगह आवंटित की जाएगी. उसके साथ ही पार्किंग, बिजली, पानी और चिकित्सा की व्यवस्था के आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं.

गौरतलब है कि जिले के सैपऊ कस्बे के ऐतिहासिक मंदिर पर 21 फरवरी महाशिवरात्रि से लगने वाले लक्खी मेले की तैयारियों को लेकर जिला प्रशासन ने मंदिर पर जायजा लिया. सीओ और विकास अधिकारी ने मंदिर पर पहुंचकर कर्मचारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. वहीं मंदिर के देवालय में शिवलिंग पर 21 फरवरी को महाशिवरात्रि के पर्व पर कावड़ियों द्वारा गंगा जल अर्पित किया जाएगा. जिसे लेकर मंदिर में भीड़ एकत्रित नहीं हो, इसके लिए प्रशासन ने पहले से ही रूपरेखा तैयार कर दी है.

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इस बार प्रवेश द्वार और निकास द्वार अलग-अलग किए हैं. जिससे मंदिर देवालय के अंदर भीड़ एकत्रित नहीं हो सके. उसके साथ ही मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए पेयजल की व्यवस्था, चिकित्सा की व्यवस्था को लेकर आदेश जारी किए गए हैं. बाजारों को चौड़ा रखने के लिए मेला कमेटी को निर्देशित किया है कि सड़क मार्ग से दूर दुकानों को स्थापित किया जाए.

मेले का आयोजन करीब 12 दिन तक चलता है. सफाई और बिजली व्यवस्था के लिए इस बार विशेष ध्यान दिया जाएगा. मंदिर और मेला प्रांगण में सफाई कर्मियों को नियुक्त किया जाएगा. जो समय-समय पर सफाई का विशेष ध्यान रखेंगे. गौरतलब है कि धौलपुर जिले के महादेव मंदिर पर महाशिवरात्रि को लक्खी मेले का आयोजन किया जाता है. जिसमें उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान के अन्य जिलों के श्रद्धालु बड़ी आस्था और श्रद्धा के साथ पहुंचते है.

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भगवान भोलेनाथ के शिवलिंग को गंगाजल अर्पित किया जाता. हरिद्वार, सोरों और करणवास से कावड़िए भारी तादाद में कावड़ लेकर पहुंचते हैं. जिन्हें भगवान भोलेनाथ को समर्पित किया जाता है. बता दें इस बार सैपऊ पंचायत समिति में ग्राम पंचायत के चुनाव संपन्न नहीं हुए हैं. जिसके कारण मेला प्रशासन द्वारा संपन्न कराया जाएगा. मेले की तैयारियों को लेकर उपखंड प्रशासन और पुलिस प्रशासन ने तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है.

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