धौलपुर. नगर परिषद सभापति चुनाव के लिए 6 प्रत्याशियों ने मंगलवार को रिटर्निंग अधिकारी के समक्ष नामांकन दाखिल किए हैं. भाजपा पार्टी के सिंबल पर वार्ड नंबर 5 से चुनाव जीती सोनम गर्ग और कांग्रेस के सिंबल से वार्ड नंबर 56 से चुनाव जीती रेखा यादव ने नामांकन दाखिल किए हैं.
उसके अलावा तीन बागी कांग्रेस के विजयी पार्षदों ने भी सभापति के लिए नामांकन दाखिल किए हैं. वहीं एक प्रत्याशी निर्दलीय ने भी सभापति के लिए नामांकन किया है. कांग्रेस की फूट का फायदा बीजेपी को मिलता हुआ दिखाई दे रहा है. भाजपा की तरफ से सिर्फ सोनम गर्ग ने ही सभापति के लिए नामांकन दाखिल किया है. निकाय चुनाव के परिणाम में कांग्रेस 22 और भाजपा के 22 प्रत्याशी चुनाव जीतकर आए थे. 15 निर्दलीय प्रत्याशियों ने जीत हासिल कर भाजपा एवं कांग्रेस दोनों ही पार्टियों के गणित को बिगाड़ दिया. एक पार्षद ने बहुजन पार्टी के सिंबल पर भी जीत हासिल की है.
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धौलपुर नगर परिषद का बोर्ड बनाना अब भाजपा और कांग्रेस दोनों के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बन गया है. हालांकि आज हुए नामांकन में कांग्रेस के बागी हुए तीन प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल कर कांग्रेस पार्टी का गणित बिगाड़ दिया है. जिसका सीधा सियासी लाभ भाजपा को मिलता हुआ दिखाई दे रहा है.
भाजपा ने वार्ड नंबर 5 से चुनाव जीती सोनम को पार्टी के सिंबल पर प्रत्याशी घोषित किया है. वहीं कांग्रेस ने वार्ड नंबर 56 से चुनाव जीती रेखा यादव को सभापति के लिए प्रत्याशी घोषित किया है. उसके साथ ही कांग्रेस से बागी हुई वार्ड नंबर 49 से निवर्तमान सभापति कमल कंसाना की पत्नी अंजली कंसाना, वार्ड नंबर 50 से विजयी रही माया शर्मा और वार्ड नंबर 2 से विजयी रही आशा देवी ने कांग्रेस से बागी होकर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में आवेदन दाखिल किया है.
उसके अलावा 42 नंबर वार्ड से विजेता प्रत्याशी खुशबू सिंह ने भी निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर नामांकन दाखिल किया है. सूत्रों से मिली जानकारी में ज्ञात हुआ है कि निर्दलीय प्रत्याशी खुशबू को ही कांग्रेस अंदरूनी सपोर्ट करना चाहती है, लेकिन कांग्रेस के तीन पार्षद बागी होने पर सभापति पद की मंजिल काफी दूर दिखाई दे रही है. कांग्रेस पार्टी की आपसी फूट का सियासी लाभ भाजपा को मिलता हुआ दिखाई दे रहा है.
भाजपा से सभापति की दावेदारी सोनम गर्ग की सबसे प्रबल और दमदार दावेदार के रूप में मानी जा रही है. हालांकि राजनीतिक समीकरण कभी भी किसी भी दल के पक्ष एवं विपक्ष में हो सकते हैं, लेकिन मौजूदा वक्त में नगर परिषद का बोर्ड बनाना कांग्रेस के लिए सबसे प्रतिष्ठा का सवाल बन गया है. अगर कांग्रेस ने तीनों बागी प्रत्याशियों के नामांकन वापस नहीं कराए तो नगर परिषद बोर्ड भाजपा का बनना लगभग तय माना जा रहा है. उसके साथ ही बाड़ी नगरपालिका में कांग्रेस से कमलेश जाटव और भाजपा से सरोज कुमारी ने नए कानून के अंतर्गत कॉमनमैन चेयरमैन पद के नामांकन रिटर्निंग अधिकारी के समक्ष दाखिल किया है.
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बता दें कि सरोज कुमारी ने निकाय चुनाव में पार्षद का चुनाव नहीं लड़ा है. उसके साथ ही कांग्रेस पार्षद राजेश्वरी देवी ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल किया है. राजाखेड़ा नगर पालिका में कांग्रेस से वीरेंद्र सिंह और भाजपा से गजेंद्र पाल सिंह ने रिटर्निंग अधिकारी के समक्ष नामांकन दाखिल किए हैं. बाड़ी और राजाखेड़ा नगर पालिका में कांग्रेस को पूर्ण और स्पष्ट बहुमत मिल चुका है, लेकिन धौलपुर नगर परिषद का बोर्ड बनना भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बन गया है. आज हुए नामांकन में कांग्रेस से तीन बागी प्रत्याशियों ने सभापति के लिए नामांकन दाखिल करने से कांग्रेस के लिए मुश्किलें बढ़ा दी हैं.