दौसा. लोग अक्सर मंदिरों में भगवान को प्रसन्न करने के लिए कनक दंडवत लगाते नजर आते हैं, लेकिन शुक्रवार को जिला कलेक्ट्रेट में न्याय की गुहार लगाने के लिए पीड़ित युवक कनक दंडवत करते हुए ज्ञापन देने पहुंचा. हालांकि, जब पीड़ित युवक कनक दंडवत करता हुआ कलेक्ट्रेट की ओर बढ़ा तो कोतवाली पुलिस ने उसे रोक दिया. इस दौरान पुलिस और युवक के बीच नोकझोंक भी हुई.
जिले के सिकंदरा थाना क्षेत्र में जमीनी विवाद से परेशान होकर एक युवक ने विरोध का नया तरीका अपनाया. इस पर पुलिस ने उसे रोक दिया और उसको जबरन थाने ले जाने की कोशिश की. हालांकि, बाद में समझाइश के बाद पीड़ित युवक कलेक्टर से मिला और अपनी पीड़ा सुनाई. युवक कालाखो गांव निवासी भागचंद मीणा है.
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युवक ने रेटा गांव में जमीन खरीदी थी, लेकिन आसपास के लोग जमीन पर निर्माण नहीं करने दे रहे थे. इस मामले में पीड़ित व्यक्ति कई बार अपने क्षेत्र की पुलिस चौकी के चक्कर लगा चुका, लेकिन उसको न्याय नहीं मिला. परेशान होकर पीड़ित युवक दौसा जिला कलेक्ट्रेट में कनक दंडवत लगाता हुआ कलेक्टर को ज्ञापन देने जा रहा था. इसी दौरान कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और युवक को रोक कर थाने ले जाने लगे.
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पुलिस ने युवक को कनक दंडवत न करने को लेकर काफी समझाया. जिसके बाद युवक बिना कनक दंडवत किए ज्ञापन देने के लिए सहमत हो गया तो उसे कलेक्टर से मिलने की अनुमति मिली. कुछ देर बाद युवक जिला कलेक्टर से मिला और अपनी पीड़ा सुनाई. जिसके बाद जिला कलेक्टर ने इस मामले में उचित कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया है.