दौसा. राज्य सरकार ने महिला दिवस पर प्रदेश की महिलाओं को राजस्थान रोडवेज की बसों में निशुल्क यात्रा की सौगात दी. लाखों महिलाओं ने इस सौगात का फायदा उठाया, जिन महिलाओं को राजस्थान रोडवेज की बसों में आसानी से सफर करने को मिल गया उन्होंने सरकार की इस पहल का स्वागत किया. महिलाओं ने कहा कि सरकार की पहल अच्छी है. लेकिन, इस दौरान सरकार की इस सौगात को अमलीजामा पहनाने वाले मातहतों की लापरवाही के चलते कई महिलाओं को परेशानियों का सामना भी करना पड़ा.
बस में यात्रियों की भीड़ बढ़ने के चक्कर में रोडवेज संचालकों ने रोडवेज बसों को यथावत स्थान पर रोकने के बजाय बस स्टैंड से आगे पीछे रोककर सवारियों को उतारने का प्रयास किया, जिससे सैकड़ों महिला यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा. महिलाएं घंटों धूप में तब कर रोडवेज बस का इंतजार करती. लेकिन, रोडवेज बस उनके पास आने से पहले ही बस स्टैंड के आगे पीछे सवारियों को उतार कर सीधा रवाना हो गई, तो वहीं महिलाएं खड़ी इंतजार करती रही.
बस में यात्रा करने वाली एक महिला सीमा ने बताया कि राजस्थान सरकार ने महिलाओं के लिए रोडवेज की यात्रा निशुल्क तो कर दी. लेकिन, रोडवेज कर्मियों की लापरवाही महिलाओं को भुगतनी पड़ रही है. तकरीबन एक घंटे से धूप में इंतजार करने के बाद बस से तो कई आई, लेकिन यथावत बस स्टैंड पर नहीं रुकी और आगे पीछे रोककर सवारियां उतार कर निकल गई, जिससे महिलाओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा.