दौसा. जिले में गुरुवार को मानपुर थाना पुलिस ने एक बिना मास्क लगाए व बिना आईकार्ड पहने व्यक्ति द्वारा वीडियो बनाए जाने को लेकर कार्रवाई की. जिस पर प्रशासन ने दोनों पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया. बता दें कि इन दोनों पुलिस कर्मियों को बचाने की मांग को लेकर सब्जी मंडी व्यापारी मैदान में आ गए. जिसके चलते उन्होंने एसडीएम एवं पुलिस उप अधीक्षक को ज्ञापन सौंपा और दोनों पुलिसकर्मियों को यथावत रखने की मांग की.
बता दें कि सिकंदरा सब्जी मंडी में गुरुवार को बिना पहचान पत्र के वीडियो बना रहे एक युवक को पुलिस थाने ले गई. वीडियो बनाने वाला युवक पटवारी निकला. जिसके बाद पटवारी एसोसिएशन ने पुलिसकर्मियों के खिलाफ लामबंद होकर प्रशासन पर दबाव बनाया. जिससे पुलिस ने दोनों पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया. पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर और कर्फ्यू क्षेत्र में लगाने के विरोध में गुरुवार को सब्जी व्यापारियों व ग्रामीणों ने वृत्ताधिकारी व एसडीओ को ज्ञापन देकर मामले को बहाल करने की मांग की. उन्होंने मुख्यमंत्री को शिकायत भेजकर इस एकतरफा कार्रवाई की निष्पक्ष जांच की मांग की.
देवसेना जिलाध्यक्ष जलसिंह कसाना के नेतृत्व दिए ज्ञापन में बताया गया कि लॉकडाउन की पालना के लिए मंडी में कार्यरत पुलिस जाप्ते द्वारा बिना पहचान कार्ड व मास्क के वीडियो बना रहे युवक को समझाया गया. जिस पर युवक पुलिस वालों से अभद्रता करते हुए उलझ गया. जिसके बाद उसे थाने ले जाकर राजस्व अधिकारियों को सूचना दी गई. इसके बावजूद पटवारी की झूठी शिकायत व पटवार संघ के दबाव के कारण अधिकारियों ने लॉकडाउन की सख्ती से पालना कराने के बावजूद हेड कांस्टेबल मनोहर को लाइन हाजिर कर दिया और दोनों कांस्टेबलों को कर्फ्यू क्षेत्र में लगा दिया.
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उन्होंने प्रशासन की इकतरफा कार्रवाई का विरोध जताते हुए मुख्यमंत्री से निष्पक्ष जांच की मांग की. सब्जी व्यापारियों ने बताया कि परिवारों को छोड़कर लोगों को सुरक्षित रखने के लिए लॉकडाउन में ड्यूटी दे रहे पुलिसकर्मियों की झूठी शिकायत पर हुई कार्रवाई से उनका मनोबल गिरता है. जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. बता दें कि उन्होंने पुलिसकर्मियों को वापस थाने नहीं लगाने पर सब्जी मंडी बंद करने की चेतावनी दी है.