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दौसा: सरपंच पति और ग्राम सचिव पर मिलीभगत का आरोप, कलेक्टर से जांच की मांग - sarpanch husband

दौसा जिले की पाडला ग्राम पंचायत में हो रही कथित धांधली व फर्जीवाड़े को लेकर ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर से जांच की मांग की है. ग्रामीणों का कहना है कि सरपंच की जगह सरपंच पति पंचायत के कामों में हस्तक्षेप कर रहा है और इस में ग्राम सचिव की मिलीभगत भी है.

Padla Gram Panchayat,  sarpanch husband,  Panchayat Raj Act
सरपंच पति और ग्राम सचिव पर मिलीभगत का आरोप
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Published : Aug 25, 2020, 5:23 PM IST

दौसा. जिले के बांदीकुई विधानसभा क्षेत्र के पाडला ग्राम पंचायत में हो रही कथित धांधली व फर्जीवाड़े को लेकर ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर को शिकायत दी. जिसमें कलेक्टर से फर्जीवाड़े की जांच करवाने की मांग की है. ग्रामीणों का आरोप है कि सरपंच कभी भी ग्राम पंचायत में नहीं आती हैं. उनकी जगह उनका पति पंचायत के कामों में हस्तक्षेप करता है.

ग्राम सचिव पर भी मिलीभगत का आरोप

ग्रामीणों ने सरपंच पति पर आरोप लगाया कि सरपंच पति ने सभी वार्ड मेंबरों को अपने घर बुलाकर विद्यालय के जमीन अलॉट करवाने के नाम पर गलत तरीके से व धोखे में रखकर गलत खसरा नंबर दिखाकर सभी वार्ड मेंबरों के साइन करवा लिए. बाद में खसरा नंबर बदलकर विद्यालय को जो भवन आवंटन करना था, उसे लगभग ग्राम पंचायत से 5 किलोमीटर दूर आवंटित कर दिया. साथ ही सरपंच पति ने बिना सरपंच की मौजूदगी में पंचायत की बैठक भी ली जो कि गैरकानूनी है.

पढ़ें: जनसंख्या नियंत्रण कानून के लिए भाजपा ने छेड़ी मुहिम, आहूजा ने की 'हम दो, हमारे दो' की पैरवी

पंचायत राज अधिनियम के अनुसार यदि बैठक में सरपंच मौजूद नहीं है तो उसकी गैरमौजूदगी में उपसरपंच ही कोरम की अध्यक्षता करता है. लेकिन ग्राम पंचायत सचिव की मिलीभगत के चलते सरपंच की अनुपस्थिति के बाद भी सरपंच पति ने ग्राम पंचायत की बैठक ली. विभिन्न धांधली में फर्जीवाड़े के आरोप को लेकर मंगलवार को ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर को लिखित में शिकायत देकर ग्राम पंचायत पाडला में करवाए गए कार्यो में सरपंच पति और ग्राम सचिव की मिलीभगत की जांच की मांग की है.

दौसा. जिले के बांदीकुई विधानसभा क्षेत्र के पाडला ग्राम पंचायत में हो रही कथित धांधली व फर्जीवाड़े को लेकर ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर को शिकायत दी. जिसमें कलेक्टर से फर्जीवाड़े की जांच करवाने की मांग की है. ग्रामीणों का आरोप है कि सरपंच कभी भी ग्राम पंचायत में नहीं आती हैं. उनकी जगह उनका पति पंचायत के कामों में हस्तक्षेप करता है.

ग्राम सचिव पर भी मिलीभगत का आरोप

ग्रामीणों ने सरपंच पति पर आरोप लगाया कि सरपंच पति ने सभी वार्ड मेंबरों को अपने घर बुलाकर विद्यालय के जमीन अलॉट करवाने के नाम पर गलत तरीके से व धोखे में रखकर गलत खसरा नंबर दिखाकर सभी वार्ड मेंबरों के साइन करवा लिए. बाद में खसरा नंबर बदलकर विद्यालय को जो भवन आवंटन करना था, उसे लगभग ग्राम पंचायत से 5 किलोमीटर दूर आवंटित कर दिया. साथ ही सरपंच पति ने बिना सरपंच की मौजूदगी में पंचायत की बैठक भी ली जो कि गैरकानूनी है.

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पंचायत राज अधिनियम के अनुसार यदि बैठक में सरपंच मौजूद नहीं है तो उसकी गैरमौजूदगी में उपसरपंच ही कोरम की अध्यक्षता करता है. लेकिन ग्राम पंचायत सचिव की मिलीभगत के चलते सरपंच की अनुपस्थिति के बाद भी सरपंच पति ने ग्राम पंचायत की बैठक ली. विभिन्न धांधली में फर्जीवाड़े के आरोप को लेकर मंगलवार को ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर को लिखित में शिकायत देकर ग्राम पंचायत पाडला में करवाए गए कार्यो में सरपंच पति और ग्राम सचिव की मिलीभगत की जांच की मांग की है.

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