दौसा. जिले में ईटीवी भारत की मुहिम एक बार फिर से रंग लाई. ईटीवी भारत ने करोड़ो रुपए की लागत से बना संत सुंदरदास पैनोरमा के बंद पड़े होने की खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था. उसके बाद हरकत में आए प्रशासन और संत सुंदरदास समिति ने पैनोरमा को पर्यटकों के लिए शुरू करवा दिया. इस बंद पड़े पैनोरमा में पंखे सहित कई इलेक्ट्रॉनिक सामान भी चोरी हो चुकी थे.
जिसको लेकर समिति ने अब वहां पर सुरक्षा के लिए चौकीदार भी रखवाया है. मामले को लेकर संत सुंदरदास पैनारमा समिति के अध्यक्ष और दौसा उपखंड अधिकारी गोवर्धन लाल शर्मा ने बताया कि पैनारमा शुरू हो चुका है और वहां पर रोज दौसा शहर व बाहर के लोग चित्रमाला देखने आ रहे है. क्योंकि यह दादू दयाल जी के शिष्य संत सुंदरदास जी की जन्मस्थली है. ऐसे में यह उनका पैनोरमा उनके जीवन व उनके लिखे हुए ग्रंथों के बारे में पूरी जानकारी दे रहा है. जो कि पूरे विश्व विख्यात है.
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एसडीएम गोवर्धन लाल शर्मा ने बताया कि यह पैनोरमा टूरिज्म के हिसाब से गोल्डन ट्रायंगल पर बना हुआ है. जो कि जयपुर से दिल्ली, अलवर, सरिस्का, अभ्यारण, भरतपुर घना पक्षी विहार, सवाई माधोपुर में टाइगर सेंचुरी यह सभी बड़े-बड़े टूरिस्ट पैलेस देखने के लिए पर्यटकों को दौसा हो के ही जाना होता है. ऐसे में दौसा से निकलते हुए पर्यटक संत सुंदरदास पैनोरमा से संत सुंदरदास की जीवनी के बारे में जानेंगे तो दौसा जिले को भी पर्यटन के क्षेत्र में नए आयाम मिलेंगे.
वहीं उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि 'संत सुंदरदास पैनारोमा' जल्दी गूगल मैप पर भी लोगों को दिखाई दें, जिससे कि लोग आसानी से सुंदर दास पैनारमा तक पहुंचे और उसका प्रचार हो सके. उपखंड अधिकारी ने बताया कि इसके लिए हमने आम लोगों के लिए 10 रूपए का टिकट, छोटे बच्चों के लिए का 5 रूपए, कैमरा लेजाने के लिए 20 रूपए, विदेशी पर्यटकों के लिए 100 रूपए का टिकट रखा है. पर्यटकों से टिकट के रूप में ली गई राशि धरोहर के रखरखाव व संरक्षण में काम ली जाएगी.