दौसा. राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट आज दौसा में अपने पिता व पूर्व केंद्रीय मंत्री राजेश पायलट की स्मृति में आयोजित श्रद्धांजलि प्रार्थना सभा में शामिल हुए. इस सभा में भारी संख्या में स्थानीय लोगों के साथ ही आसपास के जिलों से भी समर्थक शामिल हुए थे. हालांकि, इस कार्यक्रम को सचिन पायलट के शक्ति प्रदर्शन के रूप में देखा जा रहा था. खास बात यह रही कि कार्यक्रम के दौरान मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास, शिक्षा मंत्री परसादी लाल मीणा और महिला बाल विकास मंत्री ममता भूपेश भी नजर आए.
इस दौरान पायलट समर्थक नेता व कृषि विपणन मंत्री मुरारी लाल मीणा ने एक बार फिर सचिन पायलट की ओर से सियासी पार्टी बनाए जाने संबंधी अटकलों को खारिज कर दिया. वहीं, पायलट समर्थक विधायक पीआर मीणा ने मीडिया से बातचीत कहा कि पायलट कांग्रेस के हैं और हमेशा बने रहेंगे.
इसे भी पढ़ें - Special : पायलट के कदम पर टिकी सियासी निगाहें, राजस्थान के चुनावी इतिहास में निर्दलीय और अन्य की अलग ही रही तस्वीर
गौरतलब है कि आज स्वर्गीय राजेश पायलट की 23वीं पुण्यतिथि है. इससे पहले सचिन पायलट ने भंड़ाना में कांग्रेस के पूर्व नेता व अपने दिवंगत पिता राजेश पायलट को उनके स्मृति स्थल पर श्रद्धांजलि अर्पित की. वहीं, पिछले साढ़े चार साल से सीएम गहलोत और पायलट के बीच सियासी घमासान जारी है. हालांकि प्रदेश कांग्रेस में दिखाई दे रही मतभेदों की टकराव को लेकर पार्टी आलाकमान ने बीते दिनों दोनों ही नेताओं को बैठाकर दोनों के बीच सुलह कराने की कोशिश की थी. लेकिन यह सुलह वाकई टिकाऊ रही या नहीं ये सबके सामने हैं. मौजूदा आलम यह है कि पायलट अब भी अपनी 3 मांगों को लेकर डटे हैं.
ऐसे में माना जा रहा था कि यदि पायलट की मांगों को नहीं माना गया तो वो अपनी खुद की नई पार्टी बना सकते हैं. लेकिन रविवार को दौसा में उनके करीबी विधायक पीआर मीणा ने पार्टी बनाने संबंधी सभी अटकलों को सिरे से खारिज कर दिया.