दौसा. जिले में सैकड़ों ऐसे परिवार हैं, जिनका नाम राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम की सूची में नहीं है. ऐसे में कोरोना संकट में लोगों को राशन नहीं मिलने से परेशान हो रहे थे. लेकिन रविवार को दौसा विधायक मुरारी लाल मीणा की पहल और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देश के बाद स्कूलों में पिछले 3 माह से रखा पोषाहार का गेहूं और चावल जरूरतमंद लोगों को वितरित किया गया.
इसके लिए दौसा विधायक मुरारी लाल मीणा ने दौसा विधानसभा क्षेत्र के प्रत्येक गांव और शहरी इलाके में ऐसे लोगों की सूची तैयार की. जिनको एनएफएसए के तहत गेहूं नहीं मिलता है और वे गरीब व जरूरतमंद हैं. ऐसे करीब 3 हजार लोगों की सूची बनाई गई है. दौसा शहर के करीब 700 जरूरतमंद परिवारों को 10 किलो गेहूं और 5 किलो चावल की राशन सामग्री वितरित की गई.
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विधायक मुरारी लाल मीणा ने बताया कि कोरोना संकट के चलते स्कूले में काफी दिनों से बंद है. ऐसे में स्कूलों में भारी मात्रा में पोषाहार रखा हुआ था, जिसके आगामी गर्मी और बारिश के दिनों में खराब होने की भी संभावना थी. इसी को ध्यान में रखते हुए सरकार के निर्देश पर जरूरतमंद लोगों को स्कूल के पोषाहार को राशन सामग्री के रूप में वितरित किया है. ये ऐसे जरूरतमंद लोग, जिनको सरकारी राशन की दुकान के माध्यम से गेहूं नहीं मिलता था. वर्तमान में कोरोना संकट में उन्हें राशन नहीं होने की समस्या भी थी. प्रत्येक जरूरतमंद परिवार को 10 किलो गेहूं और 5 किलो चावल वितरित किए गए हैं.