दौसा. राजस्थान के चुनावी रण में प्रियंका गांधी और अशोक गहलोत के बाद अब राहुल गांधी ने भी धमाकेदार एंट्री कर ली है. उन्होंने रविवार को दौसा के राजेश पायलट स्टेडियम में जनसभा को संबोधित करते हुए दौसा जिले की पांचों विधानसभा सीटों पर कांग्रेस के प्रत्याशियों को भारी बहुमत से जिताने के लिए आमजन से अपील की.
इस दौरान उन्होंने आमजन से सवाल करते हुए कहा कि जिस भारत माता की जय हो रही है, वो है क्या? इस पर उन्होंने जनता से कहा कि मुझे पता लगाना है कि भारत माता में कौन-कौन है. हमें ये पता लगाना है कि देश में दलित, ओबीसी वर्ग, आदिवासी और जनरल कास्ट के गरीब लोग कितने हैं. मोदी जी ये पता नहीं लगाना चाहते कि इस देश में पिछड़े लोग कितने हैं? मैंने पार्लियामेंट में जातीय जनगणना पर सवाल किया. अगर हम सच में भारत माता कि जय बोलते हैं, तो हमें ये पता लगाना होगा कि इस देश में किस वर्ग की कितनी आबादी है. अगर हमें ये मालूम नहीं होगा कि देश में अलग-अलग वर्ग के लोगों की जनसंख्या कितनी है, तो फिर जो भारत माता के जयकारे लगाते हैं. उसमें शक्ति नहीं होगी. हिंदुस्तान में कोई जाति नहीं है, सिर्फ गरीब हैं.
उन्होंने कहा कि पहले भाषणों में मोदी जी खुद को ओबीसी वर्ग से बताते थे. ऐसे में मैंने उनसे ओबीसी वर्ग की गणना की बात कह दी. उस दिन से उन्होंने अपना भाषण बदल दिया. इस देश में कोई जाति नहीं है, सिर्फ गरीब है. जब पूरे हिंदुस्तान में कोई जान नहीं, तो आप ओबीसी के मोदी जी ने ओबीसी कहकर 12 हजार करोड़ का हवाई जहाज खरीद लिया. दिन में तीन बार मोदी जी कपड़े बदलते हैं. 12 हजार करोड़ की गाड़ी में घूमते हैं. जब दलितों को पीटा जाता है, जब पिछड़ों को रोजगार नहीं मिलता, आदिवासी का अपमान होता है. जब आप नहीं कहते हो की जाति नहीं है. लेकिन जिस दिन हमने सवाल किया, ओबीसी कितने है? उस दिन जाति नहीं. सिर्फ नरेंद्र मोदी एक ओबीसी हैं और कोई नहीं है.
नरेंद्र मोदी ने उद्योगपतियों के 14 लाख करोड़ का कर्जा माफ किया: साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर उद्योगपतियों पर मेहरबानी का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने कई उद्योगपतियों के 14 लाख करोड़ रुपए के कर्जे को माफ किया है. ये पैसा डीजल, पेट्रोल सहित अन्य चीजों में जीएसटी के नाम पर आमजन से वसूला गया है. पैसा जनता का और नरेंद्र मोदी 10 से 15 लोगों के 14 लाख करोड़ रुपए माफ कर देते हैं. वहीं दूसरी ओर राजस्थान में कांग्रेस पार्टी ने स्वास्थ्य का एक भी रुपया जनता से नहीं लिया. लेकिन मध्यप्रदेश में बीजेपी सरकार स्वास्थ्य के नाम पर लाखों रुपए जनता से ऐंठ लेती है. वहीं राजस्थान में 25 लाख रुपए तक स्वास्थ्य का लाभ कांग्रेस सरकार ने दिया है.