दौसा. कोरोना के कारण हुए लॉकडाउन में केद्र सरकार द्वारा सभी स्कूल-कॉलेज को बंद कर दिया गया था. जिसके बाद छात्रों के होने वाले एग्जाम को लेकर भी सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया था. जिसके चलते सभी स्कूल कॉलेज के छात्रों को अगली कक्षा में बिना एग्जाम के ही प्रमोट कर दिया था.
यहां तक कि तकनीकी शिक्षा में भी विभिन्न तरह के कोर्स में छात्रों को अगली कक्षा के लिए प्रमोट कर दिया गया था, लेकिन पैरा मेडिकल छात्र आज भी खुद को अगली कक्षा के प्रमोट होने के इंतजार में बैठे हैं. सरकार ने पैरा मेडिकल छात्रों को नाहीं अगली क्लास में प्रमोट किया और ना ही उन्हें कोई एग्जाम करवाने की तारीख दी. जिसके चलते प्रदेश के लाखों छात्रों का भविष्य अधर में अटका हुआ है.
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ऐसे में बुधवार को राजस्थान स्टूडेंट्स पैरा मेडिकल एसोसिएशन के छात्रों ने मुख्यमंत्री और चिकित्सा मंत्री के नाम जिला कलेक्टर को परीक्षा ना करवाने और खुद को अगली कक्षा क्रमोन्नत करवाने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा.
ज्ञापन के माध्यम से पैरा मेडिकल छात्रों ने बताया कि राजकीय पैरामेडिकल काउंसलिंग के सत्र 2018-19 बैच के विद्यार्थी हैं, हमारे प्रथम वर्ष की परीक्षा सत्र 2019 में हो जानी चाहिए थी, लेकिन काउंसलिंग की अनियमितता के कारण नहीं हो पाई. अब हमारे 2 वर्ष पूर्ण होने को हैं, जबकि हमारा एक डिप्लोमा 2 वर्षीय है. अभी भी हमारे प्रथम वर्ष की परीक्षा नहीं हुई है.
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ऐसे में अगर अब हमारी परीक्षा करवाई जाती है, तो परिणाम आने तक हमारा 1 वर्ष का समय व्यर्थ लगेगा. अब कोरोना संक्रमण के बढ़ते दौर में हमारा एग्जाम करने की योजना चल रही है, जो कि बच्चों के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है. इसीलिए अब हमारी परीक्षा ना करवाई जाए और हमें अगली कक्षा में क्रमोन्नत किया जाए.