दौसा. लालसोट उपखंड में नगर पालिका के सत्ता परिवर्तन के चर्चा जोरों पर है. इस दौरान शुक्रवार देर शाम करीब 7 बजे लालसोट नगर पालिका के करीब 30 पार्षद लालसोट विधायक रामविलास मीणा के साथ दौसा कलेक्ट्रेट पहुंचे, जहां उन्होंने मौजूदा नगरपालिका चेयरमैन के खिलाफ जिला कलेक्टर कमर उल जमाल चौधरी को अविश्वास प्रस्ताव पेश किया. वहीं, पार्षदों ने पूर्व चिकित्सा मंत्री पर भी भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए.
भ्रष्टाचार का अड्डा बन गई थी नगर पालिका : अविश्वास प्रस्ताव लेकर जिला कलेक्टर के पास पहुंचे पार्षदों के साथ लालसोट विधायक रामविलास मीणा भी मौजूद थे, जिन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि लालसोट नगर पालिका भ्रष्टाचार का अड्डा बन गई थी. नगर पालिका के भ्रष्टाचार को पार्षद काफी समय से बर्दास्त कर रहे थे, जिसका वो विरोध भी कर रहे थे, लेकिन कांग्रेस के शासन में इनकी कोई सुनने वाला नहीं था. कई बार इन्होंने नगर पालिका के भ्रष्टाचार की शिकायत भी की पार्षदों की किसी ने नहीं सुनी.
सभी दल के पार्षद चेयरमैन के खिलाफ : विधायक रामविलास मीणा ने कहा कि जब पार्षदों के सिर पर पानी आ ही गया तो उन्होंने अविश्वास प्रस्ताव लाने का कदम उठाया है. इनमें किसी विशेष दल के पार्षद नहीं, बल्कि कांग्रेस, बीजेपी और निर्दलीय सभी दलों के पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव लाने का कदम उठाया है. पार्षदों की बाड़ाबंदी करने के सवाल पर विधायक रामविलास मीणा ने कहा कि पार्षदों की कोई बाड़ाबंदी नहीं की गई. यहां मौजूद सभी 30 पार्षद अपने मन से यहां आए हैं. पार्षदों की बाड़ाबंदी की कोई जरूरत नहीं है. लालसोट नगर पालिका के सभी पार्षद सक्षम है. इन्होंने लालसोट नगर पालिका से भ्रष्टाचार को खत्म करने की ठानी है.
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पूर्व चिकित्सा मंत्री पर भी लगे गंभीर आरोप : कांग्रेस की पार्षद अदिति झालानी ने बताया कि नगरपालिका की चेयरमैन रक्षा मिश्रा कांग्रेस से हैं. हम भी कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता हैं, लेकिन हमारे काम भी रिश्वत दिए बिना नहीं होते थे. इस दौरान उन्होंने पूर्व चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि चिकित्सा मंत्री हमारे लालसोट से थे, जो बिना रिश्वत के कोई भी काम नहीं करते थे. इसके चलते हमें अविश्वास प्रस्ताव लाना पड़ा.