दौसा. राजस्थान सरकार में राज्य मंत्री बने जवाहर सिंह बेढम मंगलवार को दौसा पहुंचे. यहां उन्होंने बालाजी महाराज के दर्शन कर प्रदेश में खुशहाली की कामना की. बालाजी महाराज के दर्शनों के बाद मीडिया से बात करते हुए राज्यमंत्री जवाहर सिंह बेढम ने कहा कि राज्य को भ्रष्टाचार मुक्त करना और प्रदेश की जनता को भय मुक्त वातावरण देना राज्य सरकार की पहली प्राथमिकता है. मुख्यमंत्री जल्द ही मंत्रियों के विभागों का बंटवारा कर देंगे. जिसको जो विभाग मिलेगा, सभी मिलकर राजस्थान के विकास में भागीदार बनेंगे.
कांग्रेस को बताया लुटेरी फौज : विपक्ष की ओर से नेता प्रतिपक्ष नहीं बनाए जाने के सवाल पर उन्होंने कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि उनकी लुटेरी फौज है. वो किसी को भी नेता प्रतिपक्ष बनाएं या न बनाएं, इससे हमें कोई फर्क नहीं पड़ता. उन्होंने पूर्वी राजस्थान में चल रहे ईआरसीपी के मुद्दे पर कहा कि मुख्यमंत्री के आग्रह पर भारत सरकार ने अभी केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को इस मामले को सुलझाने के निर्देश दिए हैं. इसके बाद उन्होंने राजस्थान और मध्यप्रदेश राज्य के उच्चाधिकारियों को बुलाकर ईआरसीपी पर मंथन किया है. ऐसे में उस योजना को धरातल पर लाने के लिए एक ठोस निर्णय की ओर बढ़े हैं. जल्द ही दोनों प्रदेशों के मुख्यमंत्री को एक साथ बिठाकर अच्छा निर्णय लिया जाएगा. पिछली कांग्रेस सरकार ने तो ईआरसीपी के उपर राजनीति की और जनता को गुमराह किया है.
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महंत नरेशपुरी महाराज से लिया आशीर्वाद : दरअसल, भरतपुर जाते समय बेढ़म दौसा में रुके. यहां उनका जिला अध्यक्ष प्रभुदयाल शर्मा के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया गया. इसके बाद शाम 6 बजे उन्होंने बालाजी महाराज के दर्शन किए. राज्यमंत्री जवाहर सिंह बेढम ने बालाजी मंदिर सिद्धपीठ के पीठाधीश्वर महंत नरेशपुरी महाराज के पैर छूकर आशीर्वाद लिए. इस दौरान महंत महाराज ने मंत्री को केसरिया दुपट्टा ओढ़ाकर उनका स्वागत किया. साथ ही बालाजी महाराज की मोदक प्रसादी भेंट की.
कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच हुई नोंकझोंक : बालाजी महाराज के दर्शनों के लिए मेहंदीपुर बालाजी पहुंचे राज्यमंत्री जवाहर सिंह बेढम के साथ आए कुछ कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच कहासुनी हो गई. इस दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं ने टोडाभीम डीएसपी अमरसिंह मीना को धमकाते हुए तरीके से नौकरी करने की नसीहत तक दे डाली. ऐसे में काफी देर तक माहौल में गर्माहट नजर आई, लेकिन खुद राज्यमंत्री ने मामले में हस्तक्षेप कर मामला शांत करवाया. इस दौरान टोडाभीम डीएसपी अमर सिंह मीना, बालाजी थाना प्रभारी बुद्धिप्रकाश, भाजपा नेता लाखन गुर्जर, सहित बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता मौजूद रहे.