दौसा. के भांडारेज बंध पर दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस हाईवे के अधीन आने वाली जमीन के मुआवजे की मांग को लेकर किसानों की महापंचायत हुई. जिसे सर्वसम्मति के बाद यह महापंचायत महापड़ाव में तब्दील हो गई. इस महापड़ाव के चलते पुलिस प्रशासन की चिंताएं बढ़ गई है.
किसान दिल्ली एनसीआर की तर्ज के अलावा कमर्शियल दर पर मुआवजे की मांग कर रहे हैं. महापंचायत में पहुंचे राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि सरकार की गलत नीति हैं एक तरफ सरकार हरियाणा के किसानों को तो दिल्ली एनसीआर की तर्ज पर किसानो को मुआवजा दे रही है और राजस्थान के किसानों को नहीं दे रही. आगे उन्होंने कहा कि सरकार जल्द मुआवजा देकर हाईवे का निर्माण शुरू करवाए क्योकिं हाईवे के निर्माण में ज्यादा देरी होना भी सही नहीं है. किसानों को आश्वासन देते हुए राज्यसभा सांसद ने कहा कि किसान संघर्ष समिति जो फैसला करेगी उनके साथ हर हाल में कंधे से कंधा मिलाकर साथ दूंगा.
वहीं, महापंचायत में शामिल हूए गुर्जर नेता हिम्मत सिंह ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि महापड़ाव, हाईवे के समीप संचालित है जो कि जयपुर आगरा नेशनल हाईवे के बिल्कुल करीब है. अगर राज्य सरकार ने उनकी मांगें नहीं मानी तो वह कभी भी नेशनल हाईवे को जाम कर सकते हैं.
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किसानों को महापड़ाव की सूचना मिलते ही अतिरिक्त जिला कलेक्टर लोकेश मीणा और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनिल चौहान मौके पर पहुंचकर आंदोलनकारी से संपर्क साध शांतिपूर्ण आंदोलन करने की अपील की. हालांकि गुर्जर नेता हिम्मत सिंह ने सरकार को साफ शब्दों में चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगे नहीं मानी गई तो आंदोलन उग्र हो सकता है और राष्ट्रीय राजमार्ग को जाम किया जा सकता है जिससे प्रशासन की मुश्किलें बढ़ सकती है.