दौसा. सिकराय उपखंड के घूमना गांव में कोरोना काल में जन्मे बच्चे का नाम परिजनों ने लॉकडाउन रख दिया है. परिजनों का कहना है कि हमने हमारे जीवन में पहली बार लॉकडाउन देखा है. उसी की याददाश्त के लिए जन्मे बच्चे का नाम भी हमने लॉकडाउन रखा है.
गौरतलब है कि घूमना गांव निवासी बलराम मीणा को 5 अप्रैल को पहली संतान के रूप में पुत्र प्राप्त हुआ. जिसे अस्पताल से घर लाने के बाद कई दिनों तक परिजन सोचते रहे कि आखिर बच्चे का नाम क्या रखा जाए. फिर परिजनों ने सोच विचार कर निष्कर्ष यह निकाला कि लॉकडाउन के दौरान पैदा हुई संतान का नाम भी लॉकडाउन रखना चाहिए.
अप्रैल में पैदा हुए बालक को उसके परिजनों सहित आस-पड़ोस के लोग भी लॉकडाउन के नाम से ही बुलाते हैं. कुछ समय तक तो आसपास के लोगों के लिए ही बच्चे का नाम लॉकडाउन रखना हास्यप्रद था. लेकिन अब सब लोगों के लिए बच्चे का नाम नॉर्मल हो गया है और सब ही बलराम के पहले पुत्र को लॉकडाउन के रूप में जानने लगे हैं. वहीं लॉकडाउन के पिता बलराम का कहना है कि जब यह पुत्र बड़ा हो जाएगा, तो सब लोगों को याद दिलाएगा कि लॉकडाउन के दौरान उसका जन्म हुआ था.