दौसा. जिले में ममता को शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है. दौसा के श्री रामकरण जोशी जिला चिकित्सालय मे शुक्रवार दोपहर बाद करीब 3 बजे पालना गृह में एक नवजात के रोने की आवाद सुनाई दी. जब नवजात के रोने की आवाज पालना गृह से आई तो वहां पुलिस चौकी में तैनात कांस्टेबल राजवीर मौके पर पहुंचे और नवजात को गोद में लेकर दौसा जिला अस्पताल की इमरजेंसी यूनिट में भर्ती कराया.
शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. सीएल सिंघल का कहना है, कि नवजात बच्चे का जन्म पिछले 24 घंटे के अंदर ही हुआ है और उसने गर्भ में भी 8 माह ही बिताए हैं. डॉक्टर का मानना है कि नवजात की तबीयत ठीक है, लेकिन एक दो दिन बाद ही नवजात की आगामी स्थिति के बारे में कुछ बताया जा सकता है, फिलहाल नवजात ऑक्सीजन पर है. इस घटना के बाद कलयुगी मां का चेहरा सामने आया है.
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जहां बच्चे के लिए मां सब कुछ होती है, बच्चे को सबसे पहले मां की गोद नसीब होती है, लेकिन पालना गृह में मिले इस नवजात को ना मां का प्यार मिला और ना मां की गोद, यहां तक कि मां का दूध भी नसीब नहीं हुआ. पालना गृह में मिला यह नवजात मेल चाइल्ड है. ऐसे में संभावना यह भी जताई जा रही है कि किसी अविवाहित महिला ने लोक लाज के भय से इस बच्चे को पालना गृह में छोड़ दिया. इस पूरे मामले में अस्पताल चौकी की कांस्टेबल राजवीर ने दौसा कोतवाली थाने में पूरे मामले की जानकारी दे दी है.