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कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति से निष्कासित

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Published : Apr 15, 2019, 6:42 PM IST

कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला के भाजपा में शामिल होने के बाद उन्हें गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति से निष्कासित कर दिया गया है. साथ ही दो अन्य को भी संघर्ष समिति से निष्कासित किया गया है.

कर्नल किरोड़ी सिंह बैसला सहित 3 लोग संघर्ष समिति से निष्कासित

दौसा. गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति में नेताओं की लड़ाई अब खुलकर सामने आने लगी है. संघर्ष समिति के संयोजक कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला के भाजपा में सामिल होते ही समिति के बाकी पदाधिकारियों ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. जिसके बाद कर्नल बैंसला सहित उनके दो अन्य साथियों को संघर्ष समिति से निष्कासित करने का निर्णय लिया गया है.

जिसके चलते सोमवार को संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने एक बैठक कर प्रेस वार्ता की. जिसमें मीडिया से रूबरू होते हुए समिति के उपाध्यक्ष श्रीराम बैंसला ने बताया कि समिति के संयोजक कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला ने समिति के उद्देश्य से दूर होकर निजी स्वार्थों के चलते भाजपा ज्वाइन कर ली, जिसके चलते कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला और उनके दो अन्य साथी भूरा भगत और समिति की विधि सलाहकार शैलेंद्र गुर्जर को संघर्ष समिति से निष्कासित किया जाता है. जिसके चलते अब गुर्जर समाज वापस प्रदेश में एकजुट होकर समिति का गठन करेगा.

कर्नल किरोड़ी सिंह बैसला सहित 3 लोग संघर्ष समिति से निष्कासित

वहीं समिति के प्रवक्ता हिम्मत सिंह ने बताया कि कर्नल बैंसला के भाजपा ज्वाइन करने से सरकार ने गुर्जरों के लिए आरक्षण के लिए जो बैठक 12 अप्रैल को समाज के प्रतिनिधियों के साथ करने के लिए तय की थी. उसको भी स्थगित कर दी. जिसके चलते गुर्जर समाज को नुकसान उठाना पड़ रहा है. इसीलिए संघर्ष समिति के सभी पदाधिकारियों ने मिलकर समिति के संयोजक कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला, विधि सलाहकार शैलेंद्र गुर्जर, भूरा भगत को संघर्ष समिति से निष्कासित किया जाता है.

दौसा. गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति में नेताओं की लड़ाई अब खुलकर सामने आने लगी है. संघर्ष समिति के संयोजक कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला के भाजपा में सामिल होते ही समिति के बाकी पदाधिकारियों ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. जिसके बाद कर्नल बैंसला सहित उनके दो अन्य साथियों को संघर्ष समिति से निष्कासित करने का निर्णय लिया गया है.

जिसके चलते सोमवार को संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने एक बैठक कर प्रेस वार्ता की. जिसमें मीडिया से रूबरू होते हुए समिति के उपाध्यक्ष श्रीराम बैंसला ने बताया कि समिति के संयोजक कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला ने समिति के उद्देश्य से दूर होकर निजी स्वार्थों के चलते भाजपा ज्वाइन कर ली, जिसके चलते कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला और उनके दो अन्य साथी भूरा भगत और समिति की विधि सलाहकार शैलेंद्र गुर्जर को संघर्ष समिति से निष्कासित किया जाता है. जिसके चलते अब गुर्जर समाज वापस प्रदेश में एकजुट होकर समिति का गठन करेगा.

कर्नल किरोड़ी सिंह बैसला सहित 3 लोग संघर्ष समिति से निष्कासित

वहीं समिति के प्रवक्ता हिम्मत सिंह ने बताया कि कर्नल बैंसला के भाजपा ज्वाइन करने से सरकार ने गुर्जरों के लिए आरक्षण के लिए जो बैठक 12 अप्रैल को समाज के प्रतिनिधियों के साथ करने के लिए तय की थी. उसको भी स्थगित कर दी. जिसके चलते गुर्जर समाज को नुकसान उठाना पड़ रहा है. इसीलिए संघर्ष समिति के सभी पदाधिकारियों ने मिलकर समिति के संयोजक कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला, विधि सलाहकार शैलेंद्र गुर्जर, भूरा भगत को संघर्ष समिति से निष्कासित किया जाता है.

Intro:दौसा गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति नेताओं की लड़ाई अब खुलकर सामने आने लगी है । संघर्ष समिति के संयोजक कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला के भाजपा ज्वाइन करते ही समिति के बाकी पदाधिकारियों ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है । व बैंसला सहित उनके दो अन्य साथियों को संघर्ष समिति से निष्कासित करने का निर्णय लिया है।


Body:दौसा,गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के नेताओं की लड़ाई अब खुलकर सामने आने लगी है । संघर्ष समिति के संयोजक कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला के भाजपा ज्वाइन करते ही समिति के बाकी पदाधिकारियों ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है । व बैंसला सहित उनके दो अन्य साथियों को संघर्ष समिति से निष्कासित करने का निर्णय लिया है। जिसके चलते सोमवार को संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने एक बैठक कर प्रेस वार्ता की और मीडिया से रूबरू होते हुए समिति के उपाध्यक्ष श्रीराम बैसला ने बताया कि समिति के संयोजक कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला ने समिति के उद्देश्य से दूर होकर निजी स्वार्थों के चलते भारतीय जनता पार्टी जॉइन कर ली, जिसके चलते कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला व उनके दो अन्य साथी भूरा भगत व समिति की विधि सलाहकार शैलेंद्र गुर्जर को संघर्ष समिति से निष्कासित किया जाता है । जिसके चलते अब गुर्जर समाज वापस प्रदेश में एकजुट होकर समिति का गठन करेगा । समिति के प्रवक्ता हिम्मत सिंह पाली ने बताया कि कर्नल बैंसला के भाजपा ज्वाइन करने से सरकार ने गुर्जरों के लिए आरक्षण के लिए जो बैठक 12 अप्रैल को समाज के प्रतिनिधियों के साथ करने के लिए तय की थी । उसको भी स्थगित कर दी जिसके चलते गुजर समाज को नुकसान उठाना पड़ रहा है । इसीलिए संघर्ष समिति के सभी पदाधिकारियों ने मिलकर समिति के संयोजक कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला विधि सलाहकार शैलेंद्र गुर्जर भूरा भगत को संघर्ष समिति से निष्कासित किया जाता है।
बाइट श्रीराम गुर्जर उपाध्यक्ष गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति
हिम्मत सिंह पाली प्रवक्ता गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति


Conclusion:
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