दौसा. सिकंदरा पुलिस ने धोखाधड़ी कर ऋण दिलाने के बहाने से करोड़ों रुपए की ठगी करने वाले आरोपी को गिरफ्तार किया है. आरोपी 2 साल से फरार चल रहा था. बता दें कि आरोपी ने जिले में दर्जनों लोगों को ना केवल फर्जी रजिस्ट्री और पट्टे देकर ऋण दिलाया बल्कि फर्जीवाड़े से निकालने के लिए भी जमकर रुपए एंठे.
पुलिस आरोपी को 2 साल से तलाश कर रही थी लेकिन वह अपने ठिकाने बदल रहा था. जिसके चलते साइबर सेल की विशेष टीम के सहयोग से आरोपी को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया गया. मामले को लेकर सिकंदरा थाना प्रभारी राजपाल यादव ने बताया कि मेहंदीपुर बालाजी थाना इलाके के नांदरी निवासी गोपाल जांगिड़ ने लोगों को जाल में फंसा कर अपने साथी पृथ्वी रतन शर्मा निवासी रानोली सतीश चंद्र, पूर्व सरपंच कल्याण सहाय मीणा विवेकानंद शर्मा और नरेंद्र शर्मा मैनेजर फाइनेंस कंपनी ने दस्तावेज तैयार कर लोगों को लोन दिलाने का काम करते थे.
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इसे आरोपी गोपाल जांगिड़ ने पीड़ित लोगों को फर्जीवाड़े के बारे में भी मालूम चलने पर मामले का निपटारा करने के नाम पर भी पैसे वसूल करते थे. आरोपी ने लल्लूराम सैनी से भी 14 लाख रुपए और सुरेश चंद मीणा से 15 लाख रुपए के फर्जी दस्तावेज पर लोन दिलाने के बाद में फर्जीवाड़ा मालूम चलने पर मामले के सेटलमेंट करने के नाम पर दोनों से करीब 21 लाख रुपए लेकर आरोपी फरार हो गया, जो दिल्ली में अपना फर्जी आधार कार्ड बनाकर रहने लग गया. आरोपी गोपाल जांगिड़ के विरुद्ध सिकंदरा थाने में 5 बजे विधायकपुरी थाने में धोखाधड़ी के दर्ज हैं. जयपुर कार्रवाई करते हुए सिकंदरा थाना पुलिस ने आरोपी गोपाल जांगिड़ को गिरफ्तार कर लिया अन्य साथियों की पूछताछ जारी है.