दौसा. पूर्व उप-मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने एक बार फिर केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा है. केन्द्रीय कृषि कानूनों को लेकर सचिन पायलट ने कहा कि देश का अन्नदाता कई दिनों से कड़कड़ाती ठंड में दिल्ली के चारों तरफ बैठा है और मोदी सरकार किसानों से चर्चा करने का नाटक कर रही है.
पायलट ने कहा कि हाल ही में विपक्ष सहित देश के 2 करोड लोगों ने राष्ट्रपति को हस्ताक्षर किया व ज्ञापन सौंपा कि राष्ट्रपति विधेयक को पारित होने से रोकें. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार कुछ पूंजी पतियों को और बढ़ावा देने के लिए इस कानून को लेकर आई है. जबकि केंद्र सरकार के ही अपने सहयोगी दल के मंत्री इस विधेयक के खिलाफ इस्तीफा दे रहे हैं. इसलिए मैं तो कहता हूं कि अभी आंदोलन जनता का आंदोलन बन चुका है और आम आदमी इस आंदोलन से जुड़ चुका है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की किसान चौपाल को लेकर कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसान चौपाल कर रहे हैं और देश के किसानों से चर्चा कर रहे हैं. पीएम के इस कार्यक्रम को लेकर पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि भाजपा झूठ, फरेब और पाखंड की राजनीति करना बंद करे. उन्होंने कहा कि देश का किसान खुश नहीं है ना विपक्ष खुश है और ना ही एनडीए के सहयोगी दल, यहां तक कि कुछ भाजपा नेता भी इस इन कृषि कानूनों से खुश नहीं है. और इस चर्चा के माध्यम से प्रधानमंत्री किसानों को साधने की कोशिश कर रहे हैं. ऐसे में यदि तीनों कानून किसानों के हित में होते तो आज किसान खुशी मनाते ना की सड़कों पर बैठे होते.
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को तीनों कृषि कानूनों को वापस लेना चाहिए राजस्थान में कांग्रेस संगठन के विस्तार को लेकर उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि संगठन संगठन के विस्तार विस्तार में उन लोगों को मैं तो मिलना चाहिए जिन्होंने प्रदेश में खत्म हुई कांग्रेस में नई जान फूंकी है ऐसे में जनता के पास जाकर जिन्होंने कांग्रेस को सत्ता दिलाई है उन लोगों को संगठन में महत्व मिलना चाहिए जिससे कि कांग्रेस के कार्यकर्ता को लगे कि उन्हें कार्यों की तवज्जो दी गई है वह सरकार में कांग्रेस कार्यकर्ताओं का काम होना चाहिए.