दौसा. जिला कारागार में एक साथ 85 कैदियों की तबीयत बिगड़ने से हड़कंप मच गया. सभी कैदियों ने पेट में दर्द होने की शिकायत की. इसके बाद जेल प्रशासन ने कैदियों को उपचार के लिए दौसा जिला अस्पताल में भर्ती कराया है. कुल 17 कैदियों को जिला अस्पताल में ले जाया गया, लेकिन कैदियों की संख्या अधिक होने के कारण अन्य कैदियों को जेल में ही चिकित्सक बुलाकर उपचार मुहैया कराया गया.
यह पूरा घटनाक्रम गुरुवार रात से शुरू हुआ, जब कैदियों की तबीयत बिगड़ने लगी. एक के बाद एक करीब 85 कैदियों ने पेट में दर्द की शिकायत की. शुक्रवार दोपहर तक तो जेल कर्मचारियों की भी तबीयत बिगड़ने की सूचना आई, जिनमें जेल कर्मचारियों को भी जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. वहीं जेल के जेलर को भी उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
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हालांकि अभी तक कैदियों और जेलकर्मियों की तबीयत बिगड़ने का वास्तविक कारण सामने नहीं आया है, लेकिन प्रथम दृष्टया फूड पॉइजनिंग का मामला बताया जा रहा है. वहीं जिला कलेक्टर अविचल चतुर्वेदी ने कहा कि पूरे मामले की जांच करवाई जा रही है. साथ ही मामले पर नजर भी बनाए हुए हैं.
उन्होंने बताया कि 85 कैदियों ने पेट में दर्द की शिकायत की थी, जिसके बाद सभी कैदियों को उपचार मुहैया कराया गया है. तबीयत खराब होने वालों में बद्रीनारायण, नवलराम, करण सिंह, लक्ष्मण सिंह , नंदलाल, मीठालाल, युगल किशोर, सुनील, हीरालाल, भगवान सहाय, देवाराम, प्रीतम, सुरेश, अमर सिंह पुत्र गुलाब सिंह गुर्जर, अमर सिंह पुत्र रामजीलाल गुर्जर, महेंद्र, सोनू आदि कैदी शामिल है.
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जेलर सहित 85 कैदियों की तबीयत खराब हो जाने से जेल के जेलर रोहित कौशिक बौखला गए और उन्होंने जिला अस्पताल में कवरेज करने गए मीडियाकर्मियों के साथ भी बदसलूकी की. यहां तक कि जेलर मीडियाकर्मियों पर कवरेज के दौरान अपनी तबीयत को भूलकर हाथापाई पर उतर आए.
वहीं जेलर रोहित कौशिक की पत्नी भी अपने पति के साथ मीडिया कर्मियों के साथ हाथापाई करती नजर आई. साथ ही जेलर की पत्नी ने कोरोना गाइडलाइन की खुलकर धज्जियां उड़ाई और बिना मास्क के जिला अस्पताल में घूमती रही.