दौसा. जिले में आए दिन आने वाली बच्चों के अपहरण की सूचनाओं को लेकर प्रशासन ने आमजन को अफवाहों से बचकर सावधानी बरतने की अपील की है. दौसा जिले में इन दिनों बच्चों के अपहरण की सूचनाएं तेजी से फैल रही है. सोशल मीडिया और मिडिया में भी बच्चों के अपहरण की सूचनाएं लगातार चल रही हैं. जिसके चलते जिले के महुआ ब्लॉक के ब्लॉक शिक्षा अधिकारी ने भी खत जारी कर बच्चों के परिजनों से अपने बच्चों का ध्यान रखने के लिए सावधान किया है.
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आलम ये है कि जिले भर में अपहरण की घटनाओं को लेकर आमजन ने अफवाहों पर विश्वास कर कई आने-जाने वाले लोगों को संदिग्ध अपहरणकर्ता समझकर मारपीट भी कर डाली. दौसा कोतवाल गणपतराम ने बताया कि दौसा कोतवाली थाने में भी रेलवे स्कूल के एक छात्र ने अपने अपहरण की बात बताई थी. लेकिन जांच में पाया गया कि मामला पूरी तरह झूठा है. जिलेभर में बच्चों के साथ अभीतक अपहरण जैसी कोई घटना नहीं हुई है. कोतवाल ने कहा कि जिले में किसी भी थाने में आज तक ऐसा कोई मामला नहीं आया है, यह महज अफवाहें हैं इन अफवाहों पर ध्यान नहीं दें.
मामले को लेकर अतिरिक्त जिला कलेक्टर लोकेश मीणा का कहना है कि अफवाहों का बाजार गर्म है आज तक इसी तरह की कोई सूचना नहीं मिली. जिले में कहीं भी ऐसी कोई घटना नहीं हुई और किसी तरह की कोई जानकारी मिलती है तो प्रशासन और पुलिस से व्यक्ति सीधा संपर्क कर सकता है. अफवाहों से दूर रहे आमजन, अफवाहों में नहीं आए हालांकि प्रशासन की इस अपील के बावजूद भी दौसा जिले में बुधवार मंगलवार को दो अलग-अलग तरह के मामले आए हैं जो अपना अपहरण होना बता रहे हैं .
पहला मामला जिले के रामगढ़ थाना क्षेत्र का है जहां बिडोली गांव के एक व्यक्ति का कहना है कि उसका रामगढ़ से अपहरण करके उसे अलवर ले जाया गया जहां अपहरण कर्ताओं के गाड़ी रोकने पर वो भागने में कामयाब रही. दूसरा मामला सिकंदरा के करौली क्षेत्र का है जहां स्कूली बच्चे की मिलने की सूचना मिली है. हालांकि, दोनों ही मामलों में पुलिस के पास अभी तक कोई शिकायत दर्ज नहीं हुई है.