ETV Bharat / state

दौसा : एशिया के सबसे बड़े कच्चे बांध में ओवरफ्लो, प्रशासन ने किया अलर्ट जारी

author img

By

Published : Aug 18, 2019, 2:36 PM IST

दौसा में हुई अच्छी बारिश से इस बार एशिया के सबसे बड़े कच्चे बांध यानी की मोरेल बांध में पानी की अच्छी आवक से बांध में ओवरफ्लो होने पानी की चादर चल गई जिससे सैकड़ों की तादाद में सैलानी बांध देखने के लिए वहां आने लगे.

moraell dam overflows dausa, people come to visit morael dam dausa, morael dam fully filled dausa, administration-on-alert

दौसा. क्षेत्र के सबसे बड़े बांध मोरेल में 21 साल बाद चादर चल गई. रविवार सुबह बांध पर करीब 1 फीट की चादर चली. इससे लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई और मौके पर हजारों लोग जमा हो गए. पुलिस-प्रशासन और जल संसाधन विभाग के अधिकारी हालातों पर निगाहें रखे हुए हैं. आसपास के गांवों को सतर्क कर दिया गया है की बांध में लगातार पानी की आवक हो रही है.

मोरेल बांध पूरी तरह से भरी

इससे पूर्व शनिवार शाम कुल 30 फीट 5 इंच भराव क्षमता वाले इस बांध का जलस्तर 30 फीट 5 इंच को छू गया था. सुबह 30 फीट 3 इंच पहुंचने के साथ ही पानी वेस्ट वेयर (उफरा) तक जा पहुंचा. दोपहर तक जब पानी वेस्ट वेयर पर चढ़ने लगा तो ऐसे अनुमान लगाए जाने लगे कि 21 साल का लंबा इंतजार अब बस पूरा ही होना वाला है, लेकिन दिनभर पानी वेस्ट वेयर को पार नहीं कर सका. इसके बाद रविवार सुबह पानी छलक पड़ा.

यह भी पढ़ें: रेगिस्तान में बारिश ने मचाया कहर, मौसम विभाग की चेतावनी पर प्रशासन अलर्ट

जल संसाधन विभाग के सहायक अभियंता एम.एल. मीना एवं कनिष्ठ अभियंता विजेन्द्र सैनी ने बताया कि इस पर पूरी तरह निगाह रखी जा रही है. इसके साथ ही पुलिस की मदद से अब वाहनों को भी बांध से पहले ही रोक दिया जा रहा है. गौरतलब है कि मोरेल बांध पूरे एशिया महाद्वीप का सबसे बड़ा कच्चा बांध है और यह बांध दौसा जिले की सीमा पर सवाई माधोपुर जिले के बौंली क्षेत्र से सटा हुआ है.

दौसा. क्षेत्र के सबसे बड़े बांध मोरेल में 21 साल बाद चादर चल गई. रविवार सुबह बांध पर करीब 1 फीट की चादर चली. इससे लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई और मौके पर हजारों लोग जमा हो गए. पुलिस-प्रशासन और जल संसाधन विभाग के अधिकारी हालातों पर निगाहें रखे हुए हैं. आसपास के गांवों को सतर्क कर दिया गया है की बांध में लगातार पानी की आवक हो रही है.

मोरेल बांध पूरी तरह से भरी

इससे पूर्व शनिवार शाम कुल 30 फीट 5 इंच भराव क्षमता वाले इस बांध का जलस्तर 30 फीट 5 इंच को छू गया था. सुबह 30 फीट 3 इंच पहुंचने के साथ ही पानी वेस्ट वेयर (उफरा) तक जा पहुंचा. दोपहर तक जब पानी वेस्ट वेयर पर चढ़ने लगा तो ऐसे अनुमान लगाए जाने लगे कि 21 साल का लंबा इंतजार अब बस पूरा ही होना वाला है, लेकिन दिनभर पानी वेस्ट वेयर को पार नहीं कर सका. इसके बाद रविवार सुबह पानी छलक पड़ा.

यह भी पढ़ें: रेगिस्तान में बारिश ने मचाया कहर, मौसम विभाग की चेतावनी पर प्रशासन अलर्ट

जल संसाधन विभाग के सहायक अभियंता एम.एल. मीना एवं कनिष्ठ अभियंता विजेन्द्र सैनी ने बताया कि इस पर पूरी तरह निगाह रखी जा रही है. इसके साथ ही पुलिस की मदद से अब वाहनों को भी बांध से पहले ही रोक दिया जा रहा है. गौरतलब है कि मोरेल बांध पूरे एशिया महाद्वीप का सबसे बड़ा कच्चा बांध है और यह बांध दौसा जिले की सीमा पर सवाई माधोपुर जिले के बौंली क्षेत्र से सटा हुआ है.

Intro: जिले में हुई अच्छी बारिश से इस बार एशिया के सबसे बड़े कच्चे बांध मोरेल बांध में पानी की अच्छी आवक से बांध में ऑवर फ़्लो होने पानी की चादर चल गई
जिससे सैकड़ों की तादाद में सैलानी बांध देखने के लिए उमड़ पड़े।Body:दौसा जिले के सबसे बड़े बांध मोरेल में आखिर 21 साल बाद चादर चल गई। रविवार सुबह बांध पर करीब 1 फीट की चादर चली। इससे लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई। मौके पर हजारों लोग जमा हो गए। पुलिस-प्रशासन व जल संसाधन विभाग के अधिकारी हालातों पर निगाहें जमाए रखे हैं। आसपास के गांवों को सतर्क कर रखा है। बांध में लगातार पानी की आवक हो रही है।
इससे पूर्व शनिवार शाम कुल 30 फीट 5 इंच भराव क्षमता वाले इस बांध में बांध का जलस्तर 30 फीट 5 इंच को छू गया था। सुबह 30 फीट 3 इंच पहुंचने के साथ ही पानी वेस्ट वेयर (उफरा) तक जा पहुंचा। दोपहर तक जब पानी वेस्ट वेयर पर चढऩे लगा तो ऐसे अनुमान लगाए जाने लगे कि 21 साल का लंबा इंतजार अब बस पूरा ही होना वाला है, लेकिन दिनभर पानी वेस्ट वेयर को पार नहीं कर सका। रविवार सुबह पानी छलक पड़ा।
जल संसाधन विभाग के सहायक अभियंता एम.एल. मीना एवं कनिष्ठ अभियंता विजेन्द्र सैनी ने बताया कि पूरी तरह निगाह रखी जा रही है । और पुलिस की मदद से अब वाहनों को भी बांध से पहले ही रोका जा रहा है। गौरतलब है कि मोरेल बांध पूरे एशिया महाद्वीप का सबसे बड़ा कच्चा बांध है और यह बांध दौसा जिले की सीमा पर सवाई माधोपुर जिले के बौंली क्षेत्र से सटा हुआ है।
जिले में हुई अच्छी बारिश से इस बार एशिया के सबसे बड़े कच्चे बांध मोरेल बांध में पानी की अच्छी आवक से बांध में ऑवर फ़्लो होने पानी की चादर चल गई
जिससे सैकड़ों की तादाद में सैलानी बांध देखने के लिए उमड़ पड़े।Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.