दौसा. पंचायती राज के साढ़े 4 वर्ष पूरे हो चुके है. वहीं, अगले 6 महीने में पंचायती राज के चुनाव होंगे. जिसमें पंचायती राज के प्रतिनिधि चुने जाएंगे, लेकिन पूर्व में चुने गए जनप्रतिनिधि आज ही इसी बात को लेकर चिल्लाते नजर आए कि अधिकारियों और बड़े नेताओं द्वारा उनकी सुनवाई नहीं की गई. जिसके चलते उनके क्षेत्र में विकास कार्य नहीं हो पाया. उनका कहना था कि अधिकारियों की अनसुनी के चलते क्षेत्र में विकास कार्यों में उन्हें कई बाधाएं आई.
वहीं सोमवार को आयोजित जिला परिषद की साधारण सभा की लगभग अंतिम बैठक में पंचायत राज के जनप्रतिनिधियों ने अधिकारियों पर अनसुनी का आरोप लगाया. जिसको लेकर जिला प्रमुख गीता खटाना का कहना है कि ऐसा नहीं है कि जनप्रतिनिधियों के काम नहीं हुए. वहीं कहा कि कई बार जनप्रतिनिधि खुद ही नहीं समझ पाता कि काम किस तरह का है और कैसे होगा या फिर कई बार अधिकारियों के ट्रांसफर हो जाते हैं.
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हालांकि पंचायत राज में बहुत सारे काम हुए हैं और पंचायत राज में क्षेत्र का विकास भी खूब हुआ है.पंचायत राज के जनप्रतिनिधियों की ओर से कार्य नहीं होने की बात को जिला कलेक्टर अविचल चतुर्वेदी ने भी स्वीकार करते हुए कहा कि लंबे समय से कई जगह कार्य नहीं हुए, लेकिन उन को चिन्हित कर लिया गया है. जिन्हें जल्द ही पूरा करवा दिया जाएगा.क्षेत्र में पानी की समस्या को लेकर जिला प्रमुख गीता खटाना ने कहा कि जिले की पानी की समस्या लंबे समय से चले आ रही है. ऐसे में टेंडर प्रक्रिया में धांधली का आरोप लगाते हुए खटाना ने कहा कि टेंडर प्रक्रिया में कई सारी दिक्कत आती है.ऐसे में उन्होंने जिला कलेक्टर ने जिला परिषद सीईओ से विचार विमर्श किया है.