कोटा: जिस उम्र में बच्चों को योग के नाम भी नहीं आते, उस उम्र का एक योग टीचर कोटा में रहता है. वह कई बच्चों और बड़ी उम्र के लोगों को ट्रेनिंग दे रहा है. इस योग टीचर के नाम अब विश्व रिकॉर्ड भी जुड़ गया है. यह उपलब्धि उन्हें अक्टूबर 2024 में ही मिला है, जिसके बाद प्रत्यक्ष ने विश्व के सबसे छोटे (कम उम्र) के योग टीचर होने का रिकॉर्ड बना लिया है. उन्हें गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड ने पूरी प्रक्रिया के बाद सर्टिफिकेट दिया है. इस सर्टिफिकेट और रिकॉर्ड के लिए उन्होंने लंबी मेहनत की है.
प्रत्यक्ष बोरखेड़ा स्थित देवाशीष सिटी में अपने परिवार के साथ रहते हैं और यह सबकुछ उन्होंने अपनी मां दीक्षा विजय से ही सीखा है. इसके बाद प्रोफेशनल योग क्लास लिए और सिखाने लग गए हैं. प्रत्यक्ष के पिता गौरव विजय का कहना है कि सबसे कम उम्र के योगा टीचर बनने यह रिकॉर्ड उनके बेटे ने 6 साल की उम्र में ही बना लिया, जबकि 4 साल की उम्र से वह योग सीखने लग गया था. वहीं, 5 साल की उम्र में सिखाने भी लग गया था. फिलहाल, प्रत्यक्ष की उम्र 7 साल है. रिकॉर्ड के लिए उन्होंने बीते साल अप्लाई किया था. इससे पहले यह रिकॉर्ड दुबई की एक लड़की के नाम था. वह साढ़े सात साल की थी.
घर से ही हुई योग सिखाने की शुरुआत : प्रत्यक्ष के पिता गौरव विजय कोचिंग क्लासेस चलाते हैं और कॉमर्स की फैकल्टी हैं. उनकी मां दीक्षा वैसे तो हाउसवाइफ हैं, लेकिन आयुष मंत्रालय से सर्टिफाइड योगा टीचर भी हैं और उन्हीं से प्रेरित होकर प्रत्यक्ष ने योग शुरू किया था. दीक्षा का कहना है कि योग और प्राणायाम स्वास्थ्य के लिए करते थे. घर में सभी को यह करता देख पहले प्रत्यक्ष ने भी योग प्राणायाम करना शुरू कर दिया. जब हमें उसकी रूचि इसमें दिखी तो हमने उसे प्रोफेशनल कोर्स करा दिया. जिसके बाद वह दूसरे लोगों को भी सिखाने लग गया. प्रत्यक्ष ने यूएसए की योगा एलाइंस संस्था से योग की ट्रेनिंग और सर्टिफिकेट लिया है. वह योगासन की प्रैक्टिस करते हैं, जिसमें नए-नए योग सीखते हैं. जो उन्हें आता है, उससे आगे बढ़ते हैं.
ऑनलाइन देते हैं योग की ट्रेनिंग : प्रत्यक्ष विजय बारां रोड स्थित निजी स्कूल में कक्षा 2 के स्टूडेंट हैं. लघु वज्रासन, गर्भासन, एकपद आसन, उष्ठ वक्रासन व सूर्य नमस्कार सहित तीन दर्जन के आसपास योग प्रत्यक्ष को आते हैं. सोशल मीडिया पर उन्होंने अपना एक चैनल बनाया हुआ है. स्कूल से फ्री होने के बाद इसमें वह अपने वीडियो अपलोड कर देते हैं और योग के लिए लोगों को प्रेरित करते हैं. साथ ही सीखते भी हैं. वहीं, अवकाश के दिन में भी वह इसी तरह से ट्रेनिंग लेते हैं. अपनी मां की तरह वह शिविर में भी जाकर लोगों को योग सिखाते हैं. वे आयुष मंत्रालय से सर्टिफाइड ट्रेनर हैं.
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अपने से ज्यादा उम्र के लोगों को सीखा रहे योग की बारीकियां : प्रत्यक्ष अभी तक 8 से 10 शिविरों में क्लास ले चुके हैं. इसके अलावा अपने स्कूल और गायत्री परिवार के शिविर में भी गए हैं. अपने स्कूल में भी वह सीनियर-जूनियर बच्चों और टीचर्स को योग सीखा चुके हैं. कोटा की कोचिंग संस्थानों के साथ कई सामाजिक संस्थाओं के कार्यक्रमों में भी उन्होंने शिरकत की है. अपनी कॉलोनी की सीनियर सिटीजंस को भी योग की बारीकियां बता चुके हैं. उनके सामने वह ऐसे योगासन करके बता देते हैं, जिन्हें देखकर लोग चकित रह जाते हैं.
स्मार्टफोन से दूर रहने की सलाह, पीएम मोदी से मिलने का सपना : प्रत्यक्ष का कहना है कि बच्चों को स्मार्टफोन से दूर रहना चाहिए. वह खुद स्मार्टफोन का उपयोग नहीं करते हैं. अपनी मां और पिता के फोन को नहीं छूते हैं. केवल बात करने के लिए ही फोन लेते हैं. अन्य बच्चों की तरह गेम्स और कार्टून का शौक उन्हें नहीं है. कुछ देर टेलीविजन जरूर देखते हैं. सबसे छोटे योग गुरु का खिताब लेने के बाद उनकी इच्छा है कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करें. साथ ही जंक फूड से बच्चों को दूर रहने की सलाह देते हैं.
दिनभर का बना रखा है शेड्यूल : प्रत्यक्ष की मां दीक्षा विजय का कहना है कि सुबह 6 बजे प्रत्यक्ष उठ जाता है और उसके बाद मॉर्निंग वॉक और रनिंग के लिए जाता है. कुछ देर ध्यान और प्राणायाम करने के बाद स्कूल के लिए चला जाता है. दोपहर में जाकर आराम करता है और शाम को 5 से 7 वह योगाभ्यास करता है. पहले उसने कई सारे योग सीख लिए हैं, जिन्हें वह ऑनलाइन सिखाता है. इसके साथ ही स्कूल से छुट्टी होने पर शनिवार-रविवार को योग अभ्यास के शिविर लेने भी जाता है.
पसंद है सादा भोजन : प्रत्यक्ष की दादी चंद्रकांता का कहना है कि जंक और फास्ट फूड से प्रत्यक्ष दूर रहता है. उसे शुरू से ही इनकी आदत नहीं डाली है. कभी-कभी को छोड़ दिया जाए तो सामान्य तौर पर जंक और फास्ट फूड उसकी डाइट में शामिल नहीं है. वह घर में बनने वाला सादा भोजन ही लेता है, जिसमें सब्जी और चपाती ही उसे पसंद है. सब्जी में भी ज्यादातर वह सूखी सब्जियां और रूटीन की हरी सब्जियां खाता है. यहां तक कि चॉकलेट और अन्य फास्टफूड से भी दूर रहता है.
प्रत्यक्ष के अब तक के रिकॉर्ड :
- ऑनलाइन आयोजित हुई मार्च 2023 में 2 मिनट में 27 योगासन करके राष्ट्रीय प्रतियोगिता जीती थी.
- कोटा में आयोजित जून 2023 नव राष्ट्र योग प्रतियोगिता में चैंपियन का चैंपियन की उपाधि उन्हें दी गई.
- जुलाई 2023 में ऑनलाइन सबसे छोटी उम्र में फलक आसन करके इंटरनेशनल योगा बुक का रिकॉर्ड्स में नाम दर्ज करवाया.
- फरवरी 2024 में इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड्स ने भारत के सबसे छोटे योग गुरु का खिताब मिला.
- अगस्त 2024 में जिला स्तर पर योग प्रशिक्षण के लिए सम्मानित किए गए.
- अक्टूबर 2024 में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड ने विश्व के सबसे छोटे योग गुरु का खिताब दिया है.