दौसा. चिकित्सा स्वास्थ्य समिति की जिला स्तरीय बैठक गुरुवार को जिला कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित की गई. इस दौरान मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी मुकेश चौधरी ने सभी चिकित्सकों को विभागीय योजनाओं की समीक्षा करते हुए सभी को समय पर लक्ष्य पूरा करने और ग्रामीणों को सुविधा उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य समिति की इस बैठक में चिकित्सा विभाग की ही दर्जनों समस्याएं सामने आई.
ग्रामीण क्षेत्र में कार्यरत चिकित्सकों द्वारा समय पर चिकित्सालय नहीं पहुंचने में अधिकांश ग्रामीणों द्वारा चिकित्सालय बंद होने की शिकायत को लेकर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी मुकेश चौधरी ने बताया कि मुख्यतः ग्रामीण क्षेत्र में कार्यरत चिकित्सक वहां मुख्यालय नहीं होने और सुविधाएं नहीं होने की वजह से अप डाउन करते हैं, जिस वजह से उन्हें कई बार आने जाने में समय लग जाता है. इसके चलते इस तरह की समस्याएं आती है. इसीलिए सभी अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वह ग्रामीण क्षेत्रों में समय पर चिकित्सालय पहुंचे पर अपने कार्य सेवा का पूरा समय चिकित्सालय में दें, जिससे कि ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को सुविधाएं मिल सके.
उन्होंने कहा कि इस समस्या को लेकर अधिकारियों से सख्ती से पालना करवाने का प्रयास किया जाएगा. बैठक के दौरान दूसरी बड़ी समस्या ब्लॉक चिकित्सा अधिकारियों के रही जिले में चिकित्सा विभाग की योजनाओं की मॉनिटरिंग के लिए जिला चिकित्सा अधिकारी के अलावा सभी ब्लॉकों में एक एक ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी लगाए हुए हैं, लेकिन कार्य करने वाले चिकित्सक उन्हें अपना अधिकारी नहीं मानते हैं, तो फिर कैसे स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार होगा और कैसे आमजन को सुविधाएं मिलेगी.
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जिला चिकित्सा अधिकारी मुकेश चौधरी ने इस बात को स्वीकार किया कि ग्रामीण क्षेत्रों में कार्यरत चिकित्सक अपने ब्लॉक अधिकारी को अधिकारी नहीं मानते हैं. उनका कहना नहीं मानते हैं. इन लोगों को इतनी जानकारी नहीं होती कि कौन अपना अधिकारी है. इसको लेकर सभी चिकित्सकों को शक्ति से निर्देश दिए गए हैं. कई बार इनको ट्रेनिंग भी करवा कर पूरी जानकारी दी गई है. इस तरह की शिकायत पर कार्रवाई की जाएगी.