दौसा. पूरे प्रदेश में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है. हालात जिले में भी दिन-ब-दिन बिगड़ते ही जा रहे हैं. आए दिन सैकड़ों की तादाद में लोग कोरोना पॉजिटिव आ रहे हैं. देश और प्रदेश की सरकारें लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग मास्क लगाने की अपील कर रहे हैं और जो लोग कोरोना पॉजिटिव आ रहे हैं उन्हें 14 दिन के लिए क्वॉरेंटाइन होने के भी सख्ती से निर्देश है.
अधिकांश सरकारी कार्यालय सोशल डिस्टेंस की पालना के लिए बंद कर दिए गए हैं या आधे से कम स्टाफ को बुला कर काम चलाया जा रहा है, लेकिन ऐसे हालात में दौसा की मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी का तुगलकी फरमान जारी किया है उन्होंने कहा है कि कोरोना पॉजिटिव भी ऑफिस आकर कार्य करें.
राज्य सरकार और जिला प्रशासन ने जो भी व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव आ रहा है उसे हर हाल में व्यक्ति के साथ घर में रहने होम क्वॉरेंटाइन होने के निर्देश दे रही है. यहां तक कि हाल ही में कुछ दिनों पहले जिला पुलिस अधीक्षक अनिल बेनीवाल ने भी पॉजिटिव लोगों के बाहर निकलने की शिकायत पर बाहर निकलने वाले लोगों की जानकारी मांगी थी और कहा था कि ऐसे लोग अगर पॉजिटिव होने के बाद बाहर निकलते हैं तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
ऐसे हालात में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मनीष चौधरी ने यह तुगलकी फरमान जारी किया है कि स्वास्थ्य विभाग के वह कर्मचारी जिनकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव तो आ रही है लेकिन उनमें किसी तरह का कोई लक्षण नहीं है वो ऑफिस आ कर रेगुलर कार्य करें. सीएमएचओ डॉ मुकेश चौधरी का यह तुगलकी फरमान लोगों के लिए चर्चा का विषय बना हुआ है.
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वहीं डॉक्टर मनीष चौधरी के इस बयान के बाद की पॉजिटिव लोग भी ऑफिस आ कर रेगुलर कार्य करें अन्य कर्मचारियों में हड़कंप मचा हुआ है. अन्य कर्मचारियों में भी इस बात का डर है कि अब उन्हें पॉजिटिव कर्मचारियों के साथ कार्य करना पड़ेगा जिससे उनकी भी जान को खतरा होगा.