दौसा. प्रदेश में कानून व्यवस्था इस कदर चौपट है कि अपराधियों के निशाने पर आम आदमी तो क्या, अब आम आदमी की रक्षा करने वाले पुलिसकर्मी भी बदमाशों से सुरक्षित नहीं है. इसकी बानगी शुक्रवार रात को देखने को मिली, जब बदमाशों ने जयपुर पुलिस कमिश्नरेट से एक पुलिस कांस्टेबल का अपहरण कर बदमाशों ने 10 लाख रुपए की फिरौती की मांग की. इस घटना से पूरे पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया.
बदमाशों के कहने पर पीड़ित ने पाली निवासी अपने परिचित से 10 लाख रुपए बदमाशों को देने की बात कही और पीड़ित के परिचित कृष्ण कुमार ने मामले की सूचना पुलिस को दी. जिस पर बांदीकुई थाना प्रभारी राजेंद्र कुमार मीणा ने आरोपियों की तलाश शुरू की. साइबर सेल की मदद से बदमाशों की लोकेशन ट्रेस की. बदमाशों की लोकेशन बांदीकुई क्षेत्र के आसपास ही आ रही थी. ऐसे में बदमाश पीड़ित कांस्टेबल को कभी कोलवा तो कभी बांदीकुई के अन्य क्षेत्रों में लेकर घूमते हुए प्रतीत हो रहे थे, जिस बांदीकुई पुलिस ने बदमाशों को चारों तरफ से घेर कर बड़ियाल कला के जंगल से पीड़ित पुलिसकर्मी उमेश गुर्जर को दस्तयाब किया.
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पीड़ित उमेश कुमार ने बताया कि वह जयपुर पुलिस कमिश्नरेट में कांस्टेबल है. शुक्रवार को मुहाना से अज्ञात बदमाशों ने उसका अपहरण कर 10 लाख रुपए की मांग की, जिस पर उसने अपने परिजनों को 10 लाख रुपए फिरौती की सूचना दी. मामले को लेकर बांदीकुई थाना प्रभारी राजेंद्र कुमार मीणा ने बताया कि सूचना मिली थी कि जयपुर पुलिस कमिश्नरेट के कांस्टेबल उमेश गुर्जर का अपहरण हो गया, जिस पर कार्रवाई करते हुए साइबर सेल की मदद से बांदीकुई के बढ़ियाल कला के जंगलों से पीड़ित उमेश कुमार गुर्जर कांस्टेबल को दस्तयाब कर लिया, लेकिन अंधेरे का फायदा उठाकर आरोपी बदमाश भागने में कामयाब हो गए .