दौसा. कांग्रेस की किसान महापंचायत को लेकर मुरारी लाल मीणा ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा पारित तीनों कृषि विधेयकों के विरोध में देश का किसान पूरी तरह आक्रोशित है. किसान लंबे समय से धरने पर बैठे हैं, लेकिन केंद्र सरकार उल्टा किसानों के खिलाफ द्वेषपूर्ण रवैया अपना रही है. दिल्ली की सड़कों पर लोहे की कीलें गढ़वा रही है.
उन्होंने आगे कहा कि अगर केंद्र सरकार को कांटें गढ़वाने ही है तो तो चीन और भारत की सीमा पर लोहे के कांटें गाड़ने चाहिए, जिससे कि विदेशी दुश्मन अंदर नहीं आ सके. किसान तो धरतीपुत्र बॉर्डर पर देश की रक्षा करने वाला है. देश के अंदर अनाज पैदा कर लोगों का पेट भरने वाला है. ऐसे किसानों के साथ इस तरह का व्यवहार केंद्र सरकार द्वारा बहुत ही गलत है. जिसके चलते आज किसानों में भारी आक्रोश है.
ऐसे में जिन किसानों के खिलाफ केस दर्ज हुए हैं उन्हें वापस लिया जाए, तीनों काले कानूनों को वापस लिया जाए और पूर्वी राजस्थान की जो पानी की योजना है ईस्ट कैनाल योजना उसको राष्ट्रीय प्रोजेक्ट घोषित किया जाए. इन मांगों को लेकर हमने किसान महापंचायत आयोजित किया है और पंचायत के बाद जिला कलेक्टर के माध्यम से प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन भी देंगे.