दौसा. जिले में कई सालों बाद इस बार मानसून पूरी तरह मेहरबान नजर आ रहा है. क्षेत्र में इस बार अच्छी बारिश हुई है, जिसके चलते दौसा वासियों के चेहरे पूरी तरह खिले हुए नजर आ रहे हैं. पिछले दो दिनों से जिले में लगातार अच्छी बारिश हो रही है. जिस से दौसा जिले में बने छोटे और बड़े तकरीबन ढाई सौ बांध पानी से पूरी तरह लबालब हो चुके हैं.
जिले का सबसे बड़ा बांध माना जाने वाला मोरेल बांध, जिसकी भराव क्षमता 30 फीट हैं, वह भी इस बारिश के कारण 29 फीट तक भरा चुका है और जल्द ही लबालब हो कर उसमें भी चादर चलने वाली है. जिसके चलते सिंचाई विभाग ने मोरेल बांध के डाउन अर्थ में रहने वाले सभी लोगों को जगह खाली करने के निर्देश दे दिए है.
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लालसोट क्षेत्र के बिलों में बना बांध पानी के दबाव के चलते टूट चुका है. जिसके चलते बिलोना कलर सहित आसपास के कई गांवों में पानी भर चुका है और बाढ़ जैसी स्थिति दैदा हो चुकी है.सवाई माधोपुर रोड पर बने कई सरकारी कार्यालयों में भी पानी भर गया है.
वहीं शुक्रवार को जिले में पूरी तरह मौसम खुशनुमा रहा. सुबह से शाम तक बादल छाए रहे और रुक-रुक कर बारिश होती रही जिस कारण जिले का मौसम किसी हिल स्टेशन जैसा लग रहा था. लोगों ने भी इस बारिश का भरपूर आनंद लिया. कई लोग बांधों और आसपास के क्षेत्रों में भरे हुए पानी के स्थानों पर घूमने के लिए भी निकल गए.
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जिला मुख्यालय के पास सूरजपुरा बांध पर चादर चलने से लोग घूमने के लिए जा रहे हैं. सूरजपुरा बांध तकरीबन तीन दिन पहले पूरी तरह लबालब हो चुका है. तबसे उसमें पानी का ओवर फ्लो हो रहा है. इसी तरह जिले के लगभग सभी बांधों में इस बार पूरी तरह पानी आ चुका है. जिससे कि जिले के किसान सहित आमजन पूरी तरह खुशहाल नजर आ रहा है.