दौसा. जिले के सैंथल थाने के हेड कांस्टेबल गिर्राज सुसाइड मामला दिनों दिन तूल पकड़ता जा रहा है. जिसको लेकर मंगलवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के कार्यकर्ताओं ने उप जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा है. जिसमें उन्होंने हेड कांस्टेबल के सुसाइड मामले की निष्पक्ष जांच करवाने की मांग की है.
जिले के सैंथल थाने में कार्यरत हेड कांस्टेबल गिर्राज ने कुछ दिनों पूर्व थाने के क्वार्टर में गले में फंदा डालकर सुसाइड कर लिया था. जिसके बाद हेड कांस्टेबल गिर्राज के परिचित ने मीडिया में बयान दिया कि कुछ दिनों पहले गिर्राज ने उससे मिलकर आपनी आपबीती बताई थी. परिचित का कहना है कि कांस्टेबल का कहना था कि उसके थाने के सहकर्मी उसे प्रताड़ित कर रहे हैं. कुछ दिनों पूर्व बजरी माफिया ने उसके साथ मारपीट की थी. जिसमें थाने के सहकर्मी उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रहे हैं बल्कि उनके साथ बैठकर गिर्राज का मजाक बनाते हैं. जिससे वह अपने आप को प्रताड़ित महसूस करता है.
इस बयान के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया. कई संगठन हेड कांस्टेबल गिर्राज की सुसाइड की न्यायिक जांच की मांग कर रहे हैं. वहीं सीबीआई जांच की मांग को लेकर आए दिन संगठन ज्ञापन दे रहे हैं. जिसके चलते मंगलवार को भी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर हेड कांस्टेबल गिर्राज सुसाइड मामले को CBI से जांच करवाने की मांग की.
यह भी पढ़ें. अजमेरः 40 पुलिस जवानों ने लगाई छुट्टी की गुहार, पुलिस कप्तान ने पूरी की मांग
विद्यार्थी परिषद की जयपुर प्रांत छात्रा प्रमुख नीलम गुर्जर ने कहा कि प्रदेश में कई जिलों में पुलिसकर्मियों ने सुसाइड किया है. जिले के सैंथल थाने में भी हेड कांस्टेबल गिर्राज ने सुसाइड कर लिया. इसलिए सरकार से मांग है कि गिर्राज को न्याय देने के लिए उसकी सुसाइड की निष्पक्ष जांच की जानी चाहिए. वहीं नीलम का कहना है कि जरूरत पड़े तो सीबीआई जांच कर आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए.