चूरू. जिले में अजीबों गरीब और लापरवाही का एक बड़ा मामला सामने आया है. यहां एक युवक को बिना परामर्श के दवा लेना भारी पड़ गया. बता दें कि 35 साल के इस युवक को अगर समय पर अस्पताल नहीं लाया जाता तो युवक को अपनी इस लापरवाही की कीमत अपनी जान देकर चुकानी पड़ सकती थी.
दरअसल, जिला मुख्यालय के निकटवर्ती गांव के इस युवक को दर्द की शिकायत थी. जिस पर उसने बिना सोचे समझे घर में रखी डायबिटीज की दवा का हाईडोज ले लिया. जिसके बाद परिजनों को युवक की इस कारस्तानी की सूचना मिला. युवक की तबियत रात में ही बिगड़ने लगी, जिसके बाद शनिवार को युवक की हालत और ज्यादा बिगड़ी और डायबिटीज की दवाओं का खाली पत्ता परिजनों ने देखा तो उनके होश उड़ गए.
गंभीर हालत में सुनील को चूरू के राजकीय भर्तिया अस्पताल के आपातकालीन वार्ड लाया गया. यहां चिकित्सकों ने युवक का उपचार शुरू किया. युवक का उपचार करने वाले राजकीय अस्पताल के ही चिकित्सक ने बताया कि दवाओं का हाइडोज लेने के कारण इसकी तबियत बिगड़ी है.
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चिकित्सक ने बताया कि अगर समय रहते इसे अस्पताल नहीं लाया जाता तो इसकी जान भी जा सकती थी, क्योंकि इसके पेट मे पॉइजन बनने लग गया था. बताया जा रहा है कि युवक पिछले कई दिनों से मानसिक रूप से परेशान चल रहा है. युवक के पिता डायबिटीज की दवा लेते हैं और युवक ने एक बार में ही आठ से दस गोलियां डायबिटीज की गटक ली.