आसिफाबाद: तेलंगाना के कुमुराम भीम आसिफाबाद जिले में शनिवार को बाघ के हमले में एक किसान घायल हो गया था. यह घटना सिरपुर मंडल के डुब्बागुड़ा में हुई थी. बताया गया कि बाघ के हमले के बाद किसान सुरेश की पत्नी सुजाता ने असाधारण साहस का परिचय दिया, जो अपने पति राउथु सुरेश को मौत से बचाने के लिए बाघ से भिड़ गई.
यह चौंकाने वाली घटना शनिवार की सुबह हुई जब सुजाता पास के खेत में कपास चुन रही थी और उसके पति सुरेश बैलगाड़ी लेकर वहां पहुंचे, उन्हें नहीं पता था कि पास में ही बाघ छिपा हुआ है. जैसे ही सुरेश नजदीक पहुंचे, बाघ ने उन पर हमला कर दिया और गर्दन पर पंजे से वॉर किया, जिससे सुरेश बेहोश हो गया.
सुजाता, जो सिर्फ 15 मीटर दूर थी, अपने पति पर बाघ के हमले को देखकर सहम गई. हालांकि, जल्द ही उसका डर हिम्मत में बदल गया. पास में पड़े पत्थरों और डंडों से सुजाता ने चिल्लाते हुए बाघ पर हमला किया, जिससे बाघ वहां से भाग गया. इस तरह सुजाता ने अपने पति को मौत के मुंह से बचा लिया.
इसके बाद आसपास के खेतों में काम कर रहे किसानों की मदद से वह सुरेश को पास के अस्पताल ले गई, जहां अब उसकी हालत में सुधार हो रहा है.
मैं एक पल के लिए भी देर करती तो...
इस घटना को याद करते हुए सुजाता ने कहा, "मैंने अपनी सुरक्षा के बारे में नहीं सोचा; मैंने केवल अपने पति को बचाने के बारे में सोचा. अगर मैं एक पल के लिए भी देर करती या हिचकिचाती, तो शायद मैं उसे खो देती."
अब सुजाता की बहादुरी की तुलना पौराणिक कहानियों से की जा रही है. इलाके में उनकी खूब प्रशंसा हुई, क्योंकि इस तरह की घटना असाधारण परिस्थितियों में आम लोगों की ताकत और साहस का प्रमाण है.
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