चूरू. जिले में पर्यावरण संरक्षण को लेकर गुरुवार को एक बड़ी पहल की गई है. जिला कलेक्टर संदेश नायक के नेतृत्व में पहली बार कलेक्ट्रेट में सभी अधिकारी और कर्मचारी बगैर व्हीकल के पैदल ही ऑफिस पहुंचे. बता दें कि जिला कलेक्टर ने 12 सितंबर को स्वैच्छिक नो व्हीकल डे घोषित किया था. अब हर महीने की पहली तारीख को जिले के अधिकारी, सभी सरकारी संस्थान, स्कूल-कॉलेज के स्टूडेंट्स, टीचर्स और कर्मचारी स्वैच्छिक रूप से व्हीकल के बगैर आ जा सकेंगे. बता दें कि जिला मुख्यालय के राजकीय लोहिया पीजी महाविद्यालय में पिछले दो साल से महीने की पहली तारीख को नो व्हीकल डे रहता है. इस कॉलेज से प्रेरणा लेकर इसे जिला मुख्यालय पर शुरू किया गया है.
जिला कलेक्टर संदेश नायक ने बताया कि पर्यावरण संरक्षण, ईंधन बचाने और सेहतमंद रहने के लिए यह पहल की गई है, जिसके तहत स्वैच्छिक नो व्हीकल डे की शुरुआत की गई है. इस अभियान की प्रेरणा राजकीय पीजी लोहिया महाविद्यालय से ली गई है, जहां पिछले दो साल से महीने की पहली तारीख को नो व्हीकल डे रहता है.
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पर्यावरण भी सुरक्षित रहेगा और सेहत भी बनेगी.
इस भागदौड़ भरी जिंदगी में जहां व्यक्ति चंद कदम भी बिना व्हीकल के नहीं जा रहा है. ऐसे में इस अभियान से जहां पर्यावरण का संरक्षण होगा, वहीं इंधन भी बचेगा. इससे पैसे की बचत तो होगी ही. वहीं, व्यक्ति सेहतमंद रहेगा. इसी मकसद से कलेक्टर ने इस अभियान की शुरुआत की है.
जागरूकता के लिए निकाली गई साइकिल रैली
लोगों को इस अभियान के लिए जागरूक करने के लिए साइकिल रैली भी निकाली गई. कलेक्ट्रेट में जिला कलेक्टर संदेश नायक और एसपी तेजस्विनी गौतम ने हरी झंडी दिखाकर रैली को रवाना किया. ये रैली लोहिया कॉलेज तक पहुंची. इस रैली में एनसीसी कैडेट्स सहित स्कूल और कॉलेज के विद्यार्थी शामिल हुए.
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नो व्हीकल डे पर ये अधिकारी आए पैदल
नो व्हीकल डे के दौरान जिला कलेक्टर संदेश नायक, एसपी तेजस्विनी गौतम, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी देवाराम सुथार व एडीएम रामरतन सौकरियां सहित कई अधिकारी और कर्मचारी पैदल ही कलेक्ट्रेट पहुंचे.