चूरू. जिला मुख्यालय पर नशा मुक्त भारत अभियान के तहत प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया. राजकीय अंबेडकर छात्रावास में आयोजित शिविर में सेवानिवृत्त कर्मचारी, बाल कल्याण समिति सदस्य और ऑटो रिक्शा चालकों ने भाग लिया.
जिला कलेक्टर डॉ. प्रदीप के. गावंडे की अध्यक्षता में गठित समिति की और से नशा मुक्त भारत अभियान की वार्षिक कार्य योजना के अंतर्गत प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया. जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव राजेश दड़िया ने एनडीपीएस, कोटपा अधिनियमों के दंडात्मक प्रावधानों की जानकारी दी और प्रशिक्षणार्थियों को नशा न करने का संकल्प दिलाया.
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दड़िया ने बताया कि नशे को दृढ़ इच्छाशक्ति एवं विश्वास से ही छोड़ा जा सकता है. महिला थानाधिकारी ने महिलाओं में नशे की लत के बारे में बताया और नशे से कैसे दूर रखा जाए इसको लेकर जागरूक किया. उन्होंने घरेलू हिंसा अधिनियम, बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम, दहेज प्रतिषेध अधिनियम के मुख्य प्रावधानों की जानकारी दी.
शिविर में बीसीएमओ डॉ. एहसान गौरी ने नशे एवं कोरोना के संबंध में जानकारी दी. गौरी ने कोरोना महामारी से बचाव के उपायों की जानकारी दी और नशे से होने वाली बीमारियों और उनके उपचार के बारे में बताया. सहायक निदेशक मोहम्मद अशफाक खान ने प्रशिक्षणार्थियों को राज्य में संचालित नशा मुक्ति केंद्रों तथा राज्य व केंद्र सरकार की तरफ से संचालित योजनाओं की जानकारी दी.