चूरू. दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में मंगलवार को चूरू में ट्रैक्टर रैली निकाली गई. किसानों के समर्थन में और तीन कृषि कानूनों के खिलाफ निकाली गई. इस ट्रैक्टर रैली को प्रदेश सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री और जिले के प्रभारी मंत्री भंवर सिंह भाटी ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.
इस दौरान उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन को दो महीने से ऊपर का समय बीत जाने के बाद भी केंद्र सरकार की ओर से किसान विरोधी इन तीनों कृषि कानूनों को वापिस नहीं लिया गया. उन्होंने कहा कि अगर ये तीनों कृषि कानून लागू होते हैं तो किसानों की खेती बर्बाद हो जाएगी और किसान मालिक से मजदूर बन जाएगा.
भाटी ने कहा कि किसानों को बड़ी कंपनियों का गुलाम बनाने और बंधुआ मजदूर बनाने का केंद्र सरकार का जो ये षड्यंत्र है वो किसानों को अब समझ आ गया है. उन्होंने कहा कि आज भाजपा के अलावा तमाम राजनीतिक पार्टियां और देशभर के किसान इन तीनों कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं.
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उन्होंने कहा कि किसानों के इस आंदोलन में 50 से ज्यादा लोग अब तक शहीद हो चुके हैं. बावजूद इसके देश के प्रधानमंत्री और भाजपा के शीर्ष नेतृत्व की नींद नहीं खुल रही है. उच्च शिक्षा राज्य मंत्री भंवर भाटी ने कहा कि प्रधानमंत्री को आज ही घोषणा कर इन तीनों कृषि कानूनों को वापस लेना चाहिए, अगर ऐसा नहीं होता है तो देश का किसान सड़क से लेकर संसद तक चूरू से लेकर दिल्ली तक संघर्ष करेगा और किसानों के समर्थन में कांग्रेस पार्टी उनके साथ खड़ी रहेगी. कृषि कानूनों के खिलाफ निकाली गयी ये ट्रैक्टर रैली जिला खेल स्टेडियम से रवाना होकर पंखा सर्किल, नए बस स्टैण्ड, कलेक्ट्रेट सर्किल होते हुए धर्म स्तूप तक पहुंची.