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रोमानिया में फंसे राजस्थान के तीनों युवकों की वतन वापसी, ETV भारत के साथ साझा किया अपना दर्द

पिछले सात माह से रोमानिया के शरणार्थी कैम्प में फंसे चूरू जिले के तीन युवकों की वतन वापसी संभव हो सकी है. अपनी धरती पर कदम रखते ही तीनों युवकों की आंखे नम हो गई. विदेशी जमीन पर युवकों ने जिन कठिनाइयों का सामना किया उसका अनुभव ईटीवी भारत के साथ साझा किया.

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Published : Jan 18, 2020, 5:48 PM IST

Churu young man stranded in romania, रोमानिया में फंसे राजस्थानी
three young men from churu Rajasthan stranded in Romania

चूरू. विदेश में अच्छा पैसा कमाने का सपना संजोए इन युवकों ने लाखों रुपए एजेंट को दें जर्मनी की उड़ान भरी थी लेकिन उनके साथ धोखा होगा इस बात का शायद इन्हें अंदाजा भी नहीं था. यवुक करीब सात माह तक वहां फंसे रहे. लेकिन अब विभिन्न प्रयासों के जरिए तीनों युवकों की शुक्रवार रात वतन वापसी हो गई है.

रोमानिया में हुए जुल्मों की कहानी खुद युवाओं की जुबानी- ईटीवी भारत एक्सक्लूसिव

चूरू के सामाजिक कार्यकर्ता अमजद तुगलक की अगुवाई में दिल्ली एयरपोर्ट पर तीनों युवकों का गर्मजोशी से स्वागत किया गया चूरू के अमजद तुगलक और उनके साथी कुलदीप सिंह की व्हाट्सएप मुहिम से ही तीनों युवकों की वतन वापसी का रास्ता साफ हो पाया. बता दें कि चूरू जिले के सुजानगढ़ तहसील के तीन युवक विकास सैनी, रामेंद्र गहलोत और पंकज जांगिड़ विदेश में अच्छा पैसा कमाने का सपना संजोए जर्मनी गए थे लेकिन धोखेबाजी का शिकार हो गए 7 माह से ये युवक रोमानिया के शरणार्थी कैंप में फंसे हुए थे.

पढ़ेंः खबर का असर: रोमानिया में फंसे युवकों को घर बुलाने के लिए कलेक्टर ने लिखी चिट्ठी

सात माह तक विदेश में फंसे रहे चूरू जिले के सुजानगढ़ कस्बा निवासी तीन युवकों को एजेंट ने ऐसा फंसाया कि उन्हें दर-दर की ठोकरें खानी पड़ी, बॉर्डर टू बॉर्डर दूसरे देशों में गैरकानूनी तरीके से जाना पड़ा और आखिरकार ये युवक रोमानिया में पकड़े गए. विदेश में फंसे विकास सैनी ने बताया वहां पर हमें एजेंट के आदमियों ने जंगलों में छोड़ दिया. जहां कांटे, दस-दस फीट गहरे गड्ढे और पानी भरा था. माईनस आठ से दस डिग्री का तापमान था. हमें ऐसे माहौल में दौड़ाया गया वो भी बिना गर्म कपड़ों के.

सामाजिक कार्यकर्ता अमजद तुगलक का इन युवाओं की स्वदेश वापसी में अहम रोल है. उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए 'मिशन-3 रोमानिया' नाम से एक अभियान चलाय. जिसका मकसद तीनों युवाओं की सकुशल वतन वापसी करवाना था. सोशल मीडिया के माध्यम से युवकों की बात मीडिया तक पहुंची और फिर अधिकारियों ने भी तत्परता दिखाई. जिसके बाद इन युवाओं की वतन वापसी की राह खुली. इस मुहिम के बाद विदेश में बैठे भारतीय लोगों ने भी उनकी मदद की.

पढ़ेंः खबर का असरः रोमानिया में फंसे सुजानगढ़ के तीन युवक आज लौटेंगे भारत, परिजनों ने ईटीवी भारत को दिया धन्यवाद

तीनो युवाओं की वतन वतन वापसी में चूरू जिला कलेक्टर संदेश नायक और सांसद राहुल कस्वा का भी अहम रोल रहा. जिला कलेक्टर संदेश नायक ने ईटीवी भारत पर खबर दिखाए जाने के बाद विदेश मंत्रालय को पत्र लिखकर इस मामले से अवगत कराया. इसके बाद चूरू सांसद राहुल कस्वा ने भी राजनीतिक स्तर पर दिल्ली में बात रखी. अब जब तीनों युवक अपने घर वापस लौटे तो उन्होंने मीडिया को भी धन्यवाद ज्ञापित किया.

चूरू. विदेश में अच्छा पैसा कमाने का सपना संजोए इन युवकों ने लाखों रुपए एजेंट को दें जर्मनी की उड़ान भरी थी लेकिन उनके साथ धोखा होगा इस बात का शायद इन्हें अंदाजा भी नहीं था. यवुक करीब सात माह तक वहां फंसे रहे. लेकिन अब विभिन्न प्रयासों के जरिए तीनों युवकों की शुक्रवार रात वतन वापसी हो गई है.

रोमानिया में हुए जुल्मों की कहानी खुद युवाओं की जुबानी- ईटीवी भारत एक्सक्लूसिव

चूरू के सामाजिक कार्यकर्ता अमजद तुगलक की अगुवाई में दिल्ली एयरपोर्ट पर तीनों युवकों का गर्मजोशी से स्वागत किया गया चूरू के अमजद तुगलक और उनके साथी कुलदीप सिंह की व्हाट्सएप मुहिम से ही तीनों युवकों की वतन वापसी का रास्ता साफ हो पाया. बता दें कि चूरू जिले के सुजानगढ़ तहसील के तीन युवक विकास सैनी, रामेंद्र गहलोत और पंकज जांगिड़ विदेश में अच्छा पैसा कमाने का सपना संजोए जर्मनी गए थे लेकिन धोखेबाजी का शिकार हो गए 7 माह से ये युवक रोमानिया के शरणार्थी कैंप में फंसे हुए थे.

पढ़ेंः खबर का असर: रोमानिया में फंसे युवकों को घर बुलाने के लिए कलेक्टर ने लिखी चिट्ठी

सात माह तक विदेश में फंसे रहे चूरू जिले के सुजानगढ़ कस्बा निवासी तीन युवकों को एजेंट ने ऐसा फंसाया कि उन्हें दर-दर की ठोकरें खानी पड़ी, बॉर्डर टू बॉर्डर दूसरे देशों में गैरकानूनी तरीके से जाना पड़ा और आखिरकार ये युवक रोमानिया में पकड़े गए. विदेश में फंसे विकास सैनी ने बताया वहां पर हमें एजेंट के आदमियों ने जंगलों में छोड़ दिया. जहां कांटे, दस-दस फीट गहरे गड्ढे और पानी भरा था. माईनस आठ से दस डिग्री का तापमान था. हमें ऐसे माहौल में दौड़ाया गया वो भी बिना गर्म कपड़ों के.

सामाजिक कार्यकर्ता अमजद तुगलक का इन युवाओं की स्वदेश वापसी में अहम रोल है. उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए 'मिशन-3 रोमानिया' नाम से एक अभियान चलाय. जिसका मकसद तीनों युवाओं की सकुशल वतन वापसी करवाना था. सोशल मीडिया के माध्यम से युवकों की बात मीडिया तक पहुंची और फिर अधिकारियों ने भी तत्परता दिखाई. जिसके बाद इन युवाओं की वतन वापसी की राह खुली. इस मुहिम के बाद विदेश में बैठे भारतीय लोगों ने भी उनकी मदद की.

पढ़ेंः खबर का असरः रोमानिया में फंसे सुजानगढ़ के तीन युवक आज लौटेंगे भारत, परिजनों ने ईटीवी भारत को दिया धन्यवाद

तीनो युवाओं की वतन वतन वापसी में चूरू जिला कलेक्टर संदेश नायक और सांसद राहुल कस्वा का भी अहम रोल रहा. जिला कलेक्टर संदेश नायक ने ईटीवी भारत पर खबर दिखाए जाने के बाद विदेश मंत्रालय को पत्र लिखकर इस मामले से अवगत कराया. इसके बाद चूरू सांसद राहुल कस्वा ने भी राजनीतिक स्तर पर दिल्ली में बात रखी. अब जब तीनों युवक अपने घर वापस लौटे तो उन्होंने मीडिया को भी धन्यवाद ज्ञापित किया.

Intro:चूरू_पिछले सात माह से रोमानिया के शरणार्थी कैम्प में फंसे जिले के तीन युवकों की हुई वतन वापसी.भारत की धरती पर कदम रखते ही तीनो युवकों की आँखे हुई नम.विदेश में कितनी कठिनाइयों से गुजरे सात माह युवकों ने एक एक कर बताई आपबीती.क्या था चूरू के सोशल वर्करों का मिशन 3 रोमानिया सहित रोमानिया से लौटे तीनो युवकों का एक्सक्लूजिव इंटरव्यू ईटीवी भारत पर।


Body:7 महीने पहले विदेश में अच्छा पैसा कमाने का सपना संजोए इन युवकों ने लाखों रुपए एजेंट को दें जर्मीनि की उड़ान भरी थी लेकिन शायद इन्हें तब यह नहीं पता था की जिस एजेंट के भरोसे वो बाहर एक विदेश में नए जीवन की शुरुआत करने आए है वह उनके जीवन का सबसे दुःखदायी पल होगा ईटीवी भारत को विदेश में झेली यातनाओं को इन युवाओं ने एक एक कर बताया तो मौके पर मौजूद लोगों की भी आँखे नम हो गयी विदेश में किन परिस्थियों में सात माह गुजारे यह सुन हर किसी की रूह कांप जाए विदेश में फंसे विकास सैनी ने बताया वहां पर हमें एजेंट के आदमियों ने जंगलों में छोड़ दिया जहां कांटे और 10:10 फुट के गड्ढे और पानी भरा था माईनस आठ से दस डिग्री टेंपरेचर में हमें चलाया और ना ही हमारे पास पहनने को कपड़े थे और जब हम धीरे धीरे चलते तो मारते और पीटते।






Conclusion:चूरू जिले की सुजानगढ़ तहसील के रोमानिया में फंसे तीन युवकों की वतन वापसी हो गई है रात करीब 10:00 बजे तीनों युवकों ने भारत की धरती पर कदम रखा तो स्वदेश लौटने पर तीनों युवकों की आंखों में नमी और चेहरे पर खुशी दिखाई दी चूरू के सोशल वर्कर अमजद तुगलक की अगुवाई में दिल्ली एयरपोर्ट पर तीनों युवकों का गर्मजोशी से स्वागत किया गया चूरू के अमजद तुगलक और उनके साथी कुलदीप सिंह की व्हाट्सएप मुहिम से ही तीनों युवकों की वतन वापसी का रास्ता साफ हो पाया. बता दें कि चूरू जिले के सुजानगढ़ तहसील के तीन युवक विकास सैनी, रामेंद्र गहलोत और पंकज जांगिड़ विदेश में अच्छा पैसा कमाने का सपना सँजोए जर्मनी गए थे लेकिन धोखेबाजी का शिकार हो गए 7 माह से ये युवक रोमानिया के शरणार्थी कैंप में फंसे हुए थे।

: क्या था मिशन 3 रोमानिया

सामाजिक कार्यकर्ता और चूरू में रक्तविरो के सेनापति कहे जाने वाले अमजद तुगलक का इन युवाओं की स्वदेश वापसी में अहम रोल है अमजद तुगलक ने व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से मिशन 3 रोमानिया चलाया जिसका मकसद तीनो युवाओं की सकुशल वतन वापसी करवाना था सोशल मीडिया के माध्यम से जिम्मेदारों तक यह बात पहुँची की तीन युवा विदेश में फ्रॉड का शिकार हुए है और फसे है जैसे जैसे मीडिया में खबरे प्रकाशित हुई और सोशल मीडिया के जरिए एक माहौल बना और युवाओं की वतन वापसी की मुहिम चलाई जिसके बाद विदेश में बैठे भारतीय लोगो ने भी मदद को हाथ आगे बढ़ाए

तीनो युवाओं की वतन वतन वापसी में चूरू जिला कलेक्टर संदेश नायक और सांसद राहुल कस्वा का अहम रोल रहा कलेक्टर संदेश नायक ने मामला विदेश मंत्रालय तक पहुँचाया तो सांसद राहुल कस्वा ने भी राजनीतिक स्तर पर दिल्ली में बात रखी

वन टू वन विदेश में फंसे युवक
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