चूरू. जिले में गुरुवार को एक बालश्रम करवाने का मामला सामने आया, जिस पर मानव तस्कर विरोधी यूनिट की टीम और चाइल्ड हेल्पलाइन की टीम ने संयुक्त कारवाई करते हुए 3 बाल श्रमिकों को बालश्रम से मुक्त करवाया. ऑपरेशन आशा द्वितीय के तहत की गई यह कार्रवाई सुजानगढ़ तहसील में दो अलग-अलग जगह पर की गई.
इस कारवाई के दौरान टीम के साथ बाल कल्याण अधिकारी तनसुख राम भी मौजूद रहे. टीम ने सुजानगढ़ में यह कारवाई बस स्टैंड पर एक चाय की दुकान पर की, जहां 14 वर्षीय दो नाबालिगों का टीम ने रेस्क्यू किया. इसी प्रकार सुजानगढ़ के एक पान पैलेस बस स्टैंड के पास से एक 10 वर्षीय नाबालिग को टीम ने बालश्रम से मुक्त करवाया है.
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इसके साथ ही टीम ने कारवाई कर तीनों नाबालिगों को पहले तो मुक्त कराया और फिर उनका स्वास्थ्य परीक्षण भी करवाया. इसके बाद तीनों को बाल कल्याण समिति चूरू के समक्ष पेश किया गया, जहां समिति ने तीनों नाबालिगों को परिजनों को सुपुर्द कर दिया.
वहीं, कारवाई के बाद टीम ने बाल श्रम करवा रहे आरोपियों के खिलाफ सुजानगढ़ पुलिस थाने में धारा 3,7,11, 14 बालश्रम अधिनियम-1986 धारा 79, जेजे एक्ट धारा 374 आईपीसी में मामला दर्ज करवा आगामी अनुसंधान प्रारम्भ कर दिया है. बता दें कि मानव तस्कर विरोधी यूनिट टीम की ऑपरेशन आशा द्वितीय के तहत यह चौथी कारवाई है.