चूरू. घूसखोरी के आरोप में गिरफ्तार किए गए डॉक्टर संदीप अग्रवाल और उसके सहयोगी कम्पाउंडर को चूरू एसीबी की टीम ने शुक्रवार को बीकानेर न्यायालय में पेश किया, जहां न्यायालय ने दोनों ही आरोपियों को जेल भेजने के आदेश दे दिए. इससे पहले आरोपी डॉक्टर और उसका सहयोगी कम्पाउंडर बीती रात कोतवाली थाने के हवालात में गुजार चुके हैं.
शुक्रवार को गिरफ्तार दोनों आरोपियों को एसीबी की टीम ने बीकानेर न्यायालय में पेश करने से पहले आरोपी डॉक्टर और उसके सहयोगी कम्पांउडर का राजकीय भर्तियां अस्पताल में स्वास्थ्य परीक्षण करवाया.
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बता दें कि एक दिन पहले गुरुवार को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो चूरू के एएसपी आंनद प्रकाश स्वामी के नेतृत्व में टीम ने कारवाई करते हुए ऑपरेशन करने की एवज में दस हजार रुपए की घूस लेते राजकीय भर्तिया अस्पताल के चिकित्सक संदीप अग्रवाल और उसके सहयोगी कम्पाउंडर राजेन्द्र को निजी अस्पताल में रिश्वत की राशि लेते हुए दबोचा था. पूरे मामले में हैरान करने वाली बात तो यह है कि जिस वक्त डॉक्टर निजी अस्पताल में ऑपरेशन करने की एवज में घूस ले रहा था, वह समय उसका जिला अस्पताल में ड्यूटी का था.
यह था मामला
दरसल गाजसर गांव का एक युवक अपनी मां के स्तन में हो रही गांठ को दिखाने जिला अस्पताल में आया था. यहां डॉक्टर ने मरीज को ऑपरेशन के लिए कहा और बोला कि भर्तिया अस्पताल में ऑपरेशन नहीं होगा. यहां कोरोना का खतरा है. ऑपरेशन निजी अस्पताल में कर दूंगा और उसके दस हजार रुपए लगेंगे, जिसकी शिकायत परिवादी ने एसीबी चूरू में की. जिस पर टीम ने शिकायत का भौतिक सत्यापन करवाकर गुरुवार को जाल बिछाकर आरोपी डॉक्टर को रंगे हाथों घूस लेते गिरफ्तार कर लिया.