चूरू. जिले के राजगढ़ थानाधिकारी विष्णुदत्त विश्नोई की ओर से अपने अंतिम पलों में लिखा गया सुसाइड नोट इस बात का सबूत है कि एक काबिल पुलिस अधिकारी बेहद तनाव में था. थानाधिकारी विष्णुदत्त विश्नोई ने आत्महत्या से पहले लिखे 2 सुसाइड नोट लिखा था. इनमें से एक नोट चूरू एसपी के नाम था और दूसरा अपने परिजनों के नाम.
पहला सुसाइड नोट
थानाधिकारी विष्णुदत्त विश्नोई के लिखे ये अंतिम शब्द शायद इस सुसाइड नोट को पढ़ने वाले हर इंसान की आंखे नम कर दे. मौके से पुलिस अधिकारियों को मिले दो पन्नों के इस सुसाइड नोट विश्नोई ने अपने माता-पिता को लिखा है. परिजनों के नाम यह सुसाइड नोट बेहद भी भावुक करने वाला है. परिजनों के नाम लिखे सुसाइड नोट में लिखा गया है कि- परम आदरणीय मां-पापा, मैं आपका गुनाहगार हूं, इस उम्र में दुख देकर जा रहा हूं. उमेश, मंकू और लक्की मेरे पास कोई शब्द नहीं है.
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पत्र में आगे लिखा है कि आपको बीच मझधार में छोड़कर जा रहा हूं. पता है ये कायरों का काम है, बहुत कोशिश की खुद को संभालने की पर शायद गुरु महाराज ने इतनी सांस दी थी. उमेश दोनों बच्चों के लिए मेरा सपना पूरा करना. संदीप भाई पूरे परिवार को संभाल लेना प्लीज. में खुद गुनहगार हूं आप सबका.
दूसरा सुसाइड नोट
वहीं, दूसरा पत्र एसपी के नाम है. जिसमें लिखा है आदरणीय एसपी मेम, माफ करना प्लीज. मेरे चारों तरफ इतना प्रेशर बना दिया गया कि मैं तनाव नहीं झेल पाया. मैंने अंतिम सांस तक मेरा सर्वोत्तम देने का राजस्थान पुलिस को प्रयास किया. निवेदन है किसी को परेशान नहीं किया जाए. मैं बुजदिल नहीं था बस तनाव नहीं झेल पाया. मेरा गुनाहगार मैं स्वयं हूं.