चूरू. राजगढ़ थाना प्रभारी विष्णुदत्त विश्नोई के आत्महत्या के मामले को लेकर सियासत गरमाई हुई है. उपनेता प्रतिपक्ष और चूरू विधायक राजेंद्र राठौड़ ने प्रेस कांफ्रेंस कर इस प्रकरण में पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए है. राठौड़ ने कहा, कि सीआई की मौत की सूचना पुलिस के आला अधिकारियों को सुबह साढ़े नौ बजे ही मिल गयी थी. राठौड़ ने कहा, कि एसपी सहित पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए, लेकिन तब तक थाना प्रभारी के परिजनों को सूचना नहीं दी गई. यह पुलिस की कार्यप्रणाली पर पर सवाल खड़े होते है.
राठौड़ ने कहा, कि विष्णुदत्त विश्नोई ने पुलिस के आम रोजनामचे में भी उन पर दवाब बनाने और प्रेशर की बात कही थी. पुलिस को इसकी भी जांच करनी चाहिए कि कौन है जो उन पर दवाब बना रहा था. जिससे कि उन्हें इस तरह का आत्मघाती कदम उठाना पड़ा.
थाना स्टाफ ने की है सामूहिक स्थानान्तरण की अपील की
राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि थाना प्रभारी ने भी राजनैतिक दवाब की बात कही थी। अब पूरे थाना स्टाफ ने राजगढ़ से तबादले की मांग की है। थाना स्टाफ ने स्थानांतरण की मांग को लेकर आईजी को पत्र लिखा है। इस पत्र में भी पुलिसकर्मियों ने स्थानीय विधायक के समर्थकों पर रोजमर्रा के कार्यों में दवाब डालने का आरोप लगाया है.
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उन्होंने कहा, कि मेरा आरोप है कि पुलिस को साढ़े नौ बजे ही घटना की सूचना मिल जाती है, लेकिन फिर भी एसपी और अन्य आला अधिकारियों के मौके पर पहुंचने के बाद भी घरवालों को इस मामले की किसी तरह की सूचना दी गयी. इसी तरह राजगढ़ थाने के पुलिस के जवानों ने आईजी को लेटर लिखकर सामूहिक रूप से ट्रांसफर करने की मांग की है.