जैसलमेर: भारत-पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे सरहदी जैसलमेर जिला बम धमाके से गूंज उठा. दरअसल जिले के मोहनगढ़ इलाके के डिग्गा गांव क्षेत्र में कुछ दिनों पहले ग्रामीणों को एक जीवित बम मिला था. जिसके बाद इलाके में दहशत का माहौल बन गया. सूचना मिलने पर भारतीय सेना की बैटल एक्स डिवीजन के टस्कर्स दस्ते ने पहुंचकर बम को डिफ्यूज करने की कार्रवाई की. इस बम को आर्मी के टस्कर्स के दस्ते ने रिमोट के साथ बम को निस्तारित करने की कार्रवाई की. इस दौरान पूरे क्षेत्र में जोर के धमाके की आवाज सुनाई दी.
'Aid In Adversity'
— Konark Corps INDIAN ARMY (@KonarkCorps) January 17, 2025
Tuskers of #BattleAxeDivision assisted local administration by demolishing an unexploded ordnance safely at Digga, a border village in #Jaisalmer district. Coordinated efforts underscored commitment of #IndianArmy towards safety of its citizens.@IaSouthern pic.twitter.com/lsCNamBOBB
इस दौरान आर्मी अधिकारियों के साथ ही स्थानीय प्रशासन और पुलिस के अधिकारी भी मौजूद रहे. साथ ही बम डिफ्यूज की कार्रवाई के दौरान सुरक्षा के भी कड़े इंतजाम किए गए. जैसे ही बम फटा वैसे ही सेना के अधिकारी और तमाम उपस्थित लोगों के मुंह से निकला 'ओह माय गॉड'. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि बम कितना खतरनाक था. भारतीय सेना की कोणार्क कोर ने अपने X अकाउंट पर बम को डिफ्यूज करने के फोटो और वीडियो शेयर करते हुए इसकी जानकारी दी. सेना ने अपने X अकाउंट पर लिखा कि विपति में सहायता करते हुए समन्वित प्रयासों से आमजन की सुरक्षा के प्रति भारतीय सेना की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया गया.
सरहदी इलाके में अक्सर मिलते रहते हैं ऐसे बम: सैन्य सूत्रों ने बताया कि पहले सेना के जवानों ने बम को तारों के साथ जोड़ा. उसके बाद दूर रिमोट लगाकर बम को डिफ्यूज करने का काम किया गया. इस दौरान तेज धमाके के साथ बम उड़ा. हालांकि सेना ने मिट्टी के अंदर बम को सुरक्षित रखा था, ताकि बम के फटने के बाद कोई नुकसान ना हो.