चूरू. राजस्थान विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष और चूरू विधायक राजेंद्र राठौड़ ने पंजाब में हुई सियासी उठापठक (Punjab Congress Political Crisis) के बहाने प्रदेश की गहलोत सरकार (Gehlot Government) को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा कि देश में कांग्रेस गुटबंदी में बंधी हुई है. पंजाब का हश्र हमारे सामने है और मैं समझता हूं कि पंजाब में जो फॉर्मूला कांग्रेस आलाकमान के साथ बैठकर तय हुआ था, उसी तर्ज पर आज 14 महीने पहले माकन समिति राजस्थान में आई.
राठौड़ ने कहा कि राजस्थान कांग्रेस प्रभारी अजय माकन सुलहनामा के नाम पर कुछ फैसले किए और 14 बार आलाकमान के दूत राजस्थान आए और बैरंग लोटे. राठौड़ ने कहा कि राजस्थान में भी धीरे-धीरे लगता है कि अंदर ही अंदर आग सुलग रही है. मैं समझता हूं यह आग लावा बनेगी तो सरकार के सामने बड़े संकट पैदा होंगे.
उपनेता प्रतिपक्ष ने राठौड़ ने कहा कि आलाकमान के नाम पर कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन (Amarinder Singh) साहब को सलाह देने वाले मुख्यमंत्री जी की आलाकमान के निर्देश को मानना चाहिए और कांग्रेस के विरुद्ध कोई ऐसी बात न करें. राठौड़ ने कहा कि उन्हें जरा खुद के गिरेबान में झांक कर देखना चाहिए कि उन्होंने कितनी बार आलाकमान के निर्देशों को ठुकराया है.
मोदी और शाह के चेहरे पर लड़ेंगे आगामी चुनाव...
राठौड़ ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी में सामूहिक नेतृत्व पर चलना पार्टी की संस्कृति है. पार्टी के अंदर इंटरनल डेमोक्रेसी भी है, इसलिए खुलकर संवाद होता है. चिंतन शिविर का मकसद एक ही था कि सारे वो लोग जो पार्टी का चेहरा राजस्थान में है वह एक स्थान पर बैठकर अपने अनुभव को साझा करें कि किस प्रकार हम इस सरकार को, जिस सरकार से आम आदमी परेशान है, विकास रुका हुआ है, इसे अपदस्थ करने के लिए आने वाले चुनाव में सरकार को नेस्तनाबूद करने के लिए क्या योजना बने और किस प्रकार हमारा मंडल सशक्त बने, हमारी बूथ कमेटियां सशक्त बने, इन सारी बातों को लेकर विस्तृत मंथन और चिंतन हुआ.
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CM फेस के लिए नए चोहरों की जरूरत नहीं...
आगामी विधानसभा चुनाव में प्रदेश भाजपा के CM फेस के सवाल पर राठौर ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी को चेहरे की आवश्यकता नहीं है. ऐसा इसलिए क्योंकि बड़ा चेहरा हमारे देश के प्रधानमंत्री को है जो विश्व के सबसे लोकप्रिय नेता हैं. नरेंद्र मोदी, अमित शाह और नड्डा जी, यह तीन चेहरे हमारे लिए पर्याप्त हैं. इसलिए नए चेहरों और दूसरे चेहरों की आवश्यकता ही नहीं है, जिससे एक बात साफ और स्पष्ट हो गई कि प्रदेश भाजपा आगामी विधानसभा चुनाव में मोदी और अमित शाह के चेहरे के ऊपर ही चुनावी मैदान में उतरेगी.